केंदीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया जबलपुर और छिंदवाड़ा का दौरा, नाराज़ नेताओं को मनाने में रहे सफल, तय की जीत की रणनीति

Shashank Baranwal
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MP Election 2023

MP Election 2023: केंद्रीय मंत्री अमित शाह शनिवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर और छिंदवाड़ा जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने दो पालियों में महाकौशल के पदाधिकारियों के साथ की बैठक की। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की यह बैठक काफी हद तक कामयाब भी रही। क्योंकि जिस तरह डैमेज कंट्रोल के लिहाज से कार्यकर्ता असंतुष्ट दिख रहे थे उन्हें अमित शाह ने मना लिया।

बागी तेवर दिखा रहे नेताओं का चुनाव लड़ने से इंकार

केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद उत्तर मध्य विधानसभा सीट से बागी तेवर दिखा रहे धीरज पटेरिया मान गए है। उन्होंने अब चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इसके अलावा जैन वोट बैंक के लिहाज से पूर्व मंत्री शरद जैन भी उत्तर विधानसभा से टिकट न मिलने के बाद नाराज दिख रहे थे। लेकिन वह भी इस बैठक के बाद मान गए। वहीं पश्चिम विधानसभा से चुनाव लड़ने के प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व मंत्री हरेंद्र सिंह बब्बू भी टिकट न मिलने के बाद से नाराज थे। लेकिन आज शनिवार को अमित शाह से मुलाकात करने के बाद उनकी नाराजगी भी दूर हो गई। इसके अलावा दो दिन से गायब दिख रहे नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल भी टिकट न मिलने के चलते पार्टी प्रचार में नजर नहीं आ रहे थे। लेकिन वह भी अपनी नाराजगी को दूर करते हुए पार्टी के कार्यक्रम में नजर आए।

बागी नेताओं को मनाने में रहे सफल

बता दें कि इस दौरान केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सभी नाराज कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और सभी को मनाने में सफल भी हुए। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 13 सीटों पर महाकौशल में जीत मिली थी। यही वजह है कि आज अमित शाह ने पूरा दिन जबलपुर में बैठक करके बात की और हर कार्यकर्ताओं से वह वजह जानी कि आखिर क्यों 2018 में अधिकतर सीटों में भाजपा को हार मिली थी।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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