जबलपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस के एक ट्वीट से जबलपुर में पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।उत्तरप्रदेश पुलिस ने नागरिक संशोधन कानून के दौरान हुए उपद्रव का एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें कुछ पुलिसकर्मी गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए नजर आ रहे हैं।यूपी पुलिस ने यह वीडियो को मध्य प्रदेश के जबलपुर का बताया है।यूपी पुलिस के इस ट्वीट पर जबलपुर एसपी अमित सिंह ने सवाल उठाए हैं।एसपी अमित सिंह का कहना है कि वह ट्विट वार में नहीं पड़ना चाहते लेकिन यूपी पुलिस का रवैया गलत है।हालांकि एसपी ने इस वीडियो के जांच के आदेश भी दिए।एसपी अमित सिंह के मुताबिक वीडियो की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि वीडियो में तोड़फोड़ करते हुए कुछ पुलिसकर्मी जरूर दिख रहे है और अगर ये जबलपुर पुलिस के पाए जाते हैं तो उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी हैं। हम आपको बता दे वायरल वीडियो 20 दिसंबर को उस समय का है जब शहर के अधारताल थाना क्षेत्र में नागरिक संशोधन कानून के विरोध में हुए उपद्रव के दौरान कर्फ्यू लगाया गया था और मार्च पास के समय पुलिसकर्मियों ने तोड़फोड़ मचाई थी।हम इस वीडियो की पुष्टि कतई नहीं करते हैं लेकिन बताया यह जा रहा है कि यह वीडियो अधारताल थाना क्षेत्र के नूरी नगर का है जिसमें नागरिक संशोधन कानून पर हुए उपद्रव के बाद मार्च पास्ट पर निकले पुलिसकर्मियों ने आम लोगों की गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए पत्थरों से कुछ गाड़ियों को तोड़ा था।बहरहाल यूपी पुलिस के ट्वीट पर जबलपुर एसपी अमित सिंह ने सवाल उठाते हुए घटना की जांच के आदेश दिए हैं साथ ही उन्होंने कहा है कि इस घटनाक्रम में जो भी पुलिसकर्मी शामिल होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
वीडियो में दिखाई जा रही घटना @UPPolice से संबंधित नहीं है, यह जबलपुर मध्य प्रदेश का वीडियो है।#UPPAgainstFakeNews pic.twitter.com/7GBEYkTw2W
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) December 25, 2019