जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) में ब्लैकमेलिंग (blackmailing) का एक अजब-गजब मामला सामने आया है। जहां युवक कलेक्टर और तहसीलदार के नाम पर जबलपुर के एक डॉक्टर को ब्लैकमेल कर रहा था। जिसके बाद डॉक्टर की शिकायत पर युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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गोहलपुर सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि रद्दी चौकी स्थित केजीएन लगवा अस्पताल के डॉक्टर अब्दुल लतीफ ने शिकायत की थी। शिकायत में बताया आया था कि कलेक्टर और तहसीलदार के नाम से एक पत्र अस्पताल पहुंचा है। जिसमें कारण बताओं नोटिस जारी कर, पेशी दिनांक दी गई थी। जबकि अस्पताल में ऐसी कोई गतिविधि नहीं हुई है, जिसमें जांच का सवाल भी पैदा हो। जिसके बाद पीडि़त डॉक्टर जब कार्यालय पहुंचा तो वहां उसके खिलाफ कोई भी नोटिस जारी नहीं किया गया। इतना ही नहीं दूसरी बार भी नोटिस जारी किया और मामला निपटाने के पैसे मांगे। पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत को गंभीरता से लिया तो पूरा मामला जालसाजी से जुड़ा हुआ निकला। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन चालू की।जिसमें पता चला कि क्षेत्र का ही एक हमजा नाम का युवक डॉक्टर को ब्लैकमेल कर रहा था।
इस तरह कर रहा था ब्लैकमेल
जानकारी के अनुसार कलेक्टर और तहसीलदार की फर्जी सील वाले कागज के माध्यम से सबसे पहले कारण बताओं नोटिस जारी किया। इसके बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए डॉक्टर से 1.5 लाख रुपए की माँग की गई। इस प्रकरण में रोचक पहलू यह है कि आरोपी ने जालसाली का तानाबाना हर्षद मेहता की चर्चित वेब सीरीज और यू-ट्यूब से फॉर्मूला लेकर बुना। यह मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस भी थोड़ी देर के लिए हैरान हो गयी। लेकिन जब गंभीरता से प्रकरण की जांच की गई तो परत दर परत पूरे मामले से पर्दा उठते ही पुलिस के हाथों से तोते उड़ गए। जिसके बाद तत्काल कार्रवाई कर आरोपी को दबोच लिया गया।
हर्षद मेहता वेब सीरीज देखकर आया आईडिया
पुलिस गिरफ्त में आए जालसाज मो.हमजा नियाज ने पुलिस को बताया कि वह जल्द से जल्द करोड़पति बनना चाहता था। जिसके चलते उसने एक दिन देश के चर्चित हर्षद मेहता (Harshad Mehta) वेब सीरीज (web series) देखी। जिसके बाद उसके मन और दिलो-दिमाग में जालसाजी का भूत सवार हो गया। और उसने इस घटना को अंजाम दिया।