जबलपुर में दी युवक को ‘तालिबानी सजा’, युवक को बंधक बनाकर रातभर पीटा, सिर मुंडवाकर छोड़ा

पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने तीनों ही बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

Amit Sengar
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Jabalpur News : जबलपुर में 31 वर्षीय युवक के साथ पहले बंधक बनाकर उसके साथ जमकर मारपीट की गई और फिर उसे व्यक्ति का सिर मुड़वाया गया, इतना ही नहीं आरोपियों ने उसकी आंखों की भौह भी काट दी और फिर नशे का इंजेक्शन देने के बाद जब वह बेहोश हो गया तो उसे जबलपुर शहर के एक निजी अस्पताल के पास छोड़कर फरार हो गए।

यह घटना माधोताल थाना के राजीव गांधी निवासी ऋतिक तिवारी के साथ हुई है। 23 वर्षीय रितिक तिवारी ठेले का व्यवसाय करके अपने माता-पिता का पालन पोषण करता था। करीब 3 दिन पहले क्षेत्र में ही रहने वाले एक गुल्ली गोस्वामी अपने दो दोस्तों के साथ आया और रितिक तिवारी का मोबाइल फोटो लेने के लिए मांग लिया। गुल्ली इसके बाद रितिक का मोबाइल लेकर चला गया जिससे कि नाराज होकर रितिक ने गुल्ली का पीछा करते हुए उसके घर तक पहुंचा और अपना मोबाइल मांगने लगा इस पर गुल्ली अपने दो साथी शिवा और दीपक के साथ मिलकर धमकी दिया और मोबाइल देने से मना करते हुए कहा कि अगर दोबारा मोबाइल मांगा या पुलिस से शिकायत की तो जिंदा नहीं बचेगा। जाते-जाते रितिक ने तीनों ही बदमाशों से कहा कि वह पुलिस के पास जा रहा है शिकायत करने।

बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस

गुरुवार की दोपहर को ऋतिक जब आईटीआई के पास खड़ा हुआ था इस दौरान दो बाइक में सवार होकर तीनों ही बदमाश पहुंचे और रितिक से कहा कि चलो तुम्हें तुम्हारा मोबाइल दे देते हैं। इसके बाद तीनों ही उसे बरगी के पास एक सुनसान मकान में ले गए जहां उसके साथ जमकर मारपीट की इतना ही नहीं रात भर उसे बंधक बनाकर रखा गया और फिर आज सुबह एक नाई की दुकान में ले जाकर उसे उसका सिर मुंडवा दिया। आरोपियों ने इसके बाद उसे मदन महल स्थित एक अस्पताल के बाहर छोड़कर फरार हो गए जैसे तैसे रितिक ने अपने परिवार वालों को पूरी घटना बताई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने तीनों ही बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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