खंडवा, सुशील विधाणी। खंडवा (Khandwa) घोड़ा पछाड़ नदी के पुल के नीचे संदिग्घ अवस्था में मिली लाश के अंधे कत्ल का हरसूद पुलिस (Harsud Police) द्वारा 48 घंटे में खुलासा किया गया। इस हत्या के आरोपी मृतक का बेटा ही निकला, जिसने अपने ममेरे भाई के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
बीते सोमवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि एक शव रक्त रंजीत संदिग्ध अवस्था में मिला है। जिसके बाद थाना हरसूद क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बोरीबादरी में घोड़ा पछाड़ नदी पुल के नीचे डूब क्षेत्र जमीन पर एक अज्ञात पुरूष का शव मिला था, जिसकी उम्र लगभग 40-45 वर्ष बताई गई थी। हरमूद पुलिस के द्वारा मर्ग कायम कर 30/21 धारा 174 जा.फो. मामला पंजीबद्ध किया गया। वही जाँच में मृतक की पहचान गोकूल पिता जगदीश पंवार उम्र 43 साल ग्राम सेमरूड जिला खण्डवा का निवासी से हुई। वही संदिग्ध अवस्था में गोकूल का शव मिलने और पीएम रिपोर्ट में आई चोटो के जाचं आधार पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध धारा 302 भादवि ( हत्या ) का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने व आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक खण्डवा विवेक सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खण्डवा व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस हरसूद के नेतृत्व में थाना प्रभारी हरसूद अमित कोरी अपनी पुलिस टीम के साथ लगातार सभी पहलुओं पर सूक्ष्मता से विवेचना करने के दौरान ज्ञात हुआ कि, गोकूल सेमरूड थाना किल्लौद का रहने वाला था। जिसका छनेरा व आसपास किसी से कोई झगड़ा या रंजीश नहीं थी, मृतक अपने पत्नी और बच्चो से होली पर मिलने क लिए दिनांक 28.03.21 को छनेरा हरसूद आया था। गोकूल के लड़के लोकेश ने गोकूल को मंजाधड से छनेरा छोड़ा था। वही विगत 6-7 सालो से पारिवारिक विवाद चला आ रहा था जिसके कारण से मृतक एक वर्ष तक छनेरा नहीं आया था ।
ऐसे हुआ खुलासा
संदेह के आधार पर मृतक के बेटे लोकेश से पुलिस ने पूछताछ की, जिसके द्वारा पहले तो हिला-हवाली की गई, किन्तु बाद में पिता गोकूल की हत्या करना कबूल किया गया। दिनांक 28.03.2021 को अपनी पत्नी बनुबाई और बच्चे लोकेश ,शिवानी से मिलने मंजाधड आये गोकूल पंवार को शराब के नशे में होने से मंजाधड से भगा दिया गया। लोकेश अपने मामा के लड़के के साथ मिलकर अपने पिता गोकूल को मोटर सायकल पर बैठाकर सडियायानी रेल्वे ब्रीज से पुराना हरसूद रोड के बीच कच्ची सड़क पर ले गया। जहां पिता गोकूल ने मंजाधड से भगाये जाने की बात को लेकर लोकेश से नशे में हाथापाई की गई, लोकेश को छुड़ाने के दौरान मामा के लड़के ने पत्थर उठाकर गोकुल के सर पर मारा, जो मृतक गोकूल के कान के पास लगने से वहीं गिर पड़ा, तभी लोकेश ने भी बड़ा पत्थर उठाकर गोकूल के उपर पटक दिया । जिससे घायल गोकूल के सिर खून निकल आया, जिसके बाद आरोपी लोकेश और उसके मामा के लड़के ने गोकूल के सिर व मुँह पर गमछा लपेट कर मोटर सायकल पर बैठाकर घोडा पछाड नदी के पुल पर ले जाकर नीचे फैक दिया। आरोपी लोकेश व बाल अपचारी परिवर्तित नाम ( आशीष ) को गिरफ्तार किया गया एवं उनकी निशादेही पर मृतक की चप्पल व घटना में प्रयुक्त किए पत्थर एवं मोटर सायकल बरामद की गई है । दोनों आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस थाना हरसूद के उप निरीक्षक रूपसिंह सोलंकी , सउनि परसराम पाटीदार , आरक्षक 616 दिलीप , आरक्षक 537 राधेश्याम पाल , आरक्षक 540 ब्रम्हानन्द आरक्षक 629 राजमल चौहान , आरक्षक 582 जितेन्द्र गिनहोरे की अहम भूमिका रही । अंधे कत्ल का 48 घंटे में खुलासा करने वाली उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक खण्डवा के द्वारा उचित इनाम से पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई ।
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