खंडवा। सुशील विधानि।
बुधवार को पंधाना क्षेत्र के एक दर्जन दूल्हा-दुल्हन शादी के जोड़े में जनपद पंचायत में पहुंचे और पंधाना जनपद का घेराव कर दिया व जमकर नाराजगी जताई। दूल्हा-दुल्हन ने पंधाना जनपद के अधिकारियों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें आज मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन के तहत प्रशासन द्वारा सात फेरे दिलाए जाने थे और उसकी तारीख दी गई थी लेकिन तय तारीख पर जब पूरे तामझाम के साथ रीति रिवाजों के हिसाब से शादी के लिए दिए गए स्थान पर पहुंचे, तो वहां पर शादी कराने वाला पंडित तो मिला लेकिन प्रशासन ने कहा सामूहिक सम्मेलन निरस्त कर दिया गया है।
दूल्हा-दुल्हन के परिजनों ने कहा कि हमें इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई। जिसके चलते हमने शादी की पूरी तैयारी की दूल्हे वाले बारात लेकर आए और दुल्हन वाले उन बारातियों की सेवा करने के लिए पूरी तैयारी कर चुके थे लेकिन हमारे पूरे अरमानों पर पानी फेर दिया गया और आज हमारी जग हंसाई हो रही है। इसके अलावा हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से जब एक बार शादी के लिए हल्दी लग जाती है और शादी ना हो तो इसे बहुत अपशगुन माना जाता है। इतना ही नहीं 2 दिन बाद से लेकर अगले 4 महीने तक अब शादी नहीं होगी जैसी दुविधा अब हमारे सामने हैं। सम्मेलन निरस्त करने की जानकारी दे देते तो इस स्थिति में हम नहीं पहुंचते। शादी के लिए हमारा खर्चा हुआ सो अलग। जैसे तैसे कर्जा करके हम ने शादी की व्यवस्था की थी लेकिन खर्चे के अलावा अब जग हंसाई होगी सो अलग। इस संबंध में पंधाना प्रशासन का कहना है कि 4 दिन पहले ही सम्मेलन निरस्त होने की सूचना दे दी गई थी। पंधाना प्रशासन के अनुसार कुल मिलाकर 204 आवेदन आए थे जिसमें मात्र 6 ही आवेदन विवाह के लिए दिए गए निर्देशों में पात्र पाए गए, जिसके चलते सम्मेलन निरस्त कर दिया गया और ग्रामीण सचिवों के माध्यम से सम्मेलन को निरस्त करने की सूचना भी दे दी गई थी।
इनका कहना….
– संबंधितों को सूचना दी गई थी। इनमें से कई पात्रता सूची में भी शामिल नहीं थे। 204 आवेदन में से 6 पात्र पाये गये।
उदय सिंह, सीईओ जनपद पंचायत पंधाना