खंडवा, सुशील विधाणी। आगाज वॉइस फॉर चाइल्ड प्रोटेक्शन (Aagaaj Voice for Child Protection) के तहत जिला स्तरीय मल्टीमीडिया वैन बुधवार को खंडवा जिले (Khandwa District) के पंधाना (Pandhana ) पहुंची। जहां विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी विष्णु प्रताप सिंह राठौर ने बताया कि कोविड-19 ने देश के सामने सामाजिक, आर्थिक और मनोसामाजिक स्तर पर चुनौतीपूर्ण स्थितियां खड़ी कर दी हैं। इसकी वजह से विशेषतः महिलाओं और बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, महिलाओं पर घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि देखी गयी। उन्होंने बताया है कि वहीं बच्चों (विशेषकर किशोरियों) के लिए बाल विवाह, बाल श्रम, तस्करी, लैंगिक शोषण सहित हिंसा के अन्य रूपों में वृद्धि तथा स्कूल, पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच की कमी हुई है।
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जबकि महामारी की शुरुआत से पहले भी राज्य में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा हमेशा उच्च स्तर पर रही है। इसके अलावा मोबाइल फोन और इंटरनेट तक बच्चों की निरंतर पहुंच की वजह से उनके साथ ऑनलाइन जोखिम/अपराध की सम्भावना भी बढ़ी है। उन्होंने बताया कि महामारी के दौरान बच्चों के शोषण के अन्य रूप, जैसे बाल श्रम, तस्करी, बाल विवाह आदि भी बढ़ रहे हैं। बाल संरक्षण से जुड़े इन्ही मुद्दों पर किशोर और युवाओं की विशिष्ट भागीदारी से जनसामान्य का ध्यान आकर्षित करने हेतु मध्यप्रदेश शासन, यूनिसेफ और उसकी सहयोगी संस्थाओं द्वारा आगाज वॉइस फॉर चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।