खिलाड़ियों ने लगाई पुलिस अधीक्षक से गुहार, दोबारा किया जाए शारीरिक प्रशिक्षण शुरु

Gaurav Sharma
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खंडवा, सुशील विधानी। आगामी वर्दीधारी भर्ती के लिये अनिल कुमार पाटिल सेना से ( सेवा निवृत्त ) निशुल्क शारीरिक प्रशिक्षण की लिखित अनुमति प्राप्त करने के लिए स्टेडियम ग्राउंड पर पहुंचने वाले खिलाड़ियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया। ज्ञापन पत्र में बताया कि स्टेडियम ग्राउंड पर सैकड़ों की संख्या में युवक-युवती प्रैक्टिस करते हैं, लेकिन बिना कोच तैयारी संभव नहीं है। साथ ही इस कोरोना महामारी के समय में पुलिस अधीक्षक से अपील करते हैं कि अनिल कुमार पाटिल को दोबारा से सेवा में लिया जाए।

अनिल कुमार पाटिल ( सेवा से सेवानिवृत्त ) से स्टेडियम पर शारीरिक प्रशिक्षण लेकर बहुत से साथी सेना तथा वायु सेना में भर्ती हो चुके है और हम विगत 5 माह से कोरोना के कारण प्रशिक्षण प्राप्त नही कर पा रहे है। हमारा भविष्य आप के हाथो में है हम सभी प्रार्थी चाहते है कि हम सभी पुनः प्रशिक्षण प्राप्त कर पाए जो सर द्वारा हम सभी को निःशुल्क दिया जा रहा था।

हम सभी प्रार्थी ज्यादा से ज्यादा संख्या में भर्ती हो कर अपने माता पिता, सर जिलों का और आपका नाम रौशन करेंगे । हम सभी को प्रशिक्षण प्राप्त करने कि अनुमति देने की कृपा करे , प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी से बचाव संबंधित समस्त नियमो जैसे मास्क, सोशल डिस्टेंसिग, सेनेटाईजर आदि समस्त बचावो का हमारे द्वारा पालन किया जायेगा।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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