प्रेम संबंध के कारण पत्नी ने उतारा पति को मौत के घाट, पुलिस ने किया कत्ल का खुलासा

Gaurav Sharma
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खंडवा, सुशील विधाणी। शादी के वक्त सात फैरे लेने पर पत्नी अपने पति के हर सुख-दु:ख में भागीदारी बनने की कसमें खाती है तथा करवा चौथ के व्रत कर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है। जबकि इसके उलट क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने पति-पत्नी के रिश्ते को ही कलंकित कर दिया है। एक पत्नी ने अपने ही पति को मारने की सुपारी दे डाली तथा सुपारी लेने वाले आरोपियों ने उसके पति को मौत के घाट उतार दिया।अनुसंधान के दौरान मृतक की पत्नी की गतिविधि संदिग्ध व उसकी वारदात में संलिप्तता का अंदेशा होने पर पुलिस टीम द्वारा उससे गहन अनुसंधान से पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि वह अपने पति से परेशान थी।

दरअसल, 14 सितंबर को थाना पंधाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम निहालवाड़ी और डाभी फाटे के बीच रोड़ किनारे शिवसिंह दरबार के खेत के में एक व्यक्ति की लाश जिसके गले में काले रंग की रस्सी से फंदा लगा होकर मिली थी, जिसके संबंध में आसपास तलाश करते ग्रामआवल्या के सुभाष पिता रुपसिंग भिलाला ने उसके भाई प्रकाश पिता रुपसिंग भिलाला उम्र 28 साल निवासी आवल्या का शव होना बताया , जिसकी सूचना पर थाना पंधाना पर मर्ग क्रमांक 81/20 कायम कर जांच के दौरान हत्या की शंका होने पर विभन्न धाराओं के तहत पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।

विवेचना के दौरान मृतक के परिजनो भाई सुभाष , इन्दर तथा माता – पिता के द्वारा अपने बयानों में प्रकाश की पत्नी संतोषबाई पर शंका करने के कारण संतोष बाई से गहन पुछताछ की गई, जिसमें उसने बताया कि 10 साल पूर्व उसने प्रकाश के साथ प्रेम विवाह किया था , जिससे एक 7 साल का बेटा है , पति द्वारा आये दिन चरित्र शंका कर झगड़ा मारपीट करता था। इसी दौरान गांव में रहने वाले रितेश पिता ओमप्रकाश कुशवाह से प्रेम संबंध होकर अवैध संबंध स्थापित होने से उसने रितेश से प्रकाश की हत्या की बात कही, जिस पर उसने रितेश व उसके दोस्त मोहित पिता दिलीप गोलकर निवासी खंडवा तथा राहुलसिंग पिता रमेशसिंग तंवर नि . छैगांव को प्रकाश की हत्या के लिये राजी कर सौदा 1,25,000 रुपये में तय किया। जिसमें से 17,000 रुपये दिये तथा शेष रुपये प्रकाश की हत्या के एक माह बाद देने का तय कर 13 सितंबर को प्रकाश की हत्या करने की योजना बनाई। उसी रात करीब 11.00 बजे पति प्रकाश के सोने के बाद उसने रितेश को फोन लगाकर राहुल व मोहित को बुलाया व प्रकाश की हत्या के लिये घर में पड़ी काले रंग की नायलोन की रस्सी दी जिससे राहुल ने फंदा व गठान बनाया व उन दोनों ने प्रकाश का गला घोंटकर हत्या की। फिर राहुल व मोहित मोटर साइकिल लेकर प्रकाश की लाश को ठिकाने लगाने के लिये ले गये । बता दें कि प्रकरण में अति . पुलिस अधीक्षक ( शहर ) खण्डवा सीमा अलावा , प्रशिक्षु | PS ऋषिकेष मीणा , उप पुलिस अधीक्षक ( मुख्यालय ) केपी डेविड एवं एफएसएल अधिकारी विकास मुजाल्दा द्वारा घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया तथा अनुसंधान हेतु आवश्यक दिशा – निर्देश दिये गये थे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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