खरगोन।
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के महेश्वर थाने में सोमवार के बाद मंगलवार को भी जमकर हाईवोल्टेज ड्रामा चला।सोमवार को जहां देररात कांग्रेसियों ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ आवाज उठाई और थाने में हंगामा किया। जिसके बाद टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया।अभी इसको चौबीस घंटे बीते भी नही थे कि मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी दूसरे आदेश में पहले आदेश को निरस्त कर दिया। वे वापस थाने पर पदस्थ हो गए। जिसके बाद से ही शहरभर में हड़कंप मचा हुआ है। यह पूरा मामला अब कांग्रेस की राजनीति और दबदबे के बीच हाई प्रोफाइल हो गया, जहां पुलिस उलझकर रह गई।
इस पूरे घटनाक्रम में हैरानी की बात तो ये है कि महेश्वर थाना प्रभारी हाकमसिंह पंवार का पिछले 6 माह चौथी बार तबादला हुआ है। पहले वे इंदौर में पदस्थ थे। वहां से उन्हें भीकनगांव थाना प्रभारी बनाकर भेजा गया। वहां से हटाकर उन्हें खरगोन में कोतवाली का प्रभारी बनाया गया। 10 दिन पहले ही उन्हें यहां से महेश्वर भेजा गया।
दरअसल, आरोप है महेश्वर में चार साल पहले पार्षद रहते सैफुद्दीन मोईनुद्दीन ने फर्जी विवाह प्रमाण पत्र के आधार पर 98 हजार रुपए निकाल लिए। प्रशासनिक जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर गिरफ्तार किया। सोमवार को उसे हथकड़ी लगाकर जय स्तंभ से कोर्ट तक पैदल ले जाकर पेशी कराई। सोमवार को कोर्ट ने पुलिस को तीन दिन की रिमांड पर सौंपा है। इसी घटनाक्रम काे लेकर देररात कांग्रेसियों ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ आवाज उठाई।एसपी को ज्ञापन में पूर्व विधायक परसराम डंडीर, महेश्वर नगर कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत जैन, सुनील खांडे, अर्जुन ठाकुर ने कहा कि गंभीर मामलोें के आरोपियों को भी हथकड़ी लगाकर जुलूस नहीं निकाला जाता है। महेश्वर में पूर्व पार्षद का जुलूस निकाला गया। टीआई ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। उन्हें सस्पेंड किया जाए। अगस्त में होने वाले त्याेहारों पर धार्मिक भावनाएं भड़कने की आशंका है। टीआई ने किसी के दबाव में आकर ऐसा किया है। थाने पर हंगामे के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडेय ने टीआई को लाइन अटैच कर दिया। मंगलवार में एसआई वरुण तिवारी को प्रभार सौंपा गया। कांग्रेसियों ने टीआई पंवार को सस्पेंड करने की मांग की। जिसके बाद टीआई को एसपी ने यथावत करने का निर्देश दे दिया।