Indore News : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के पलासिया थाने पर नशे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बीती रात लाठीचार्ज किया था। लाठीचार्ज के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया। इस लाठीचार्ज के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के बयान भी इस मामले के बाद सामने आए। अभी हाल ही में इस मामले को लेकर भोपाल के एडीजी स्तर के अफसर ने जांच के आदेश दिए है। साथ ही पलासिया टीआई को लाइन अटैच करने के निर्देश भी दिए गए है।
इस बात का आदेश प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल से दिया है। दरअसल, बीती रात गिरफ्तार किए गए बजरंग दाल के पदाधिकारियों को पुलिस ने छोड़ दिया। कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सभी की मेडिकल जांच करवाई गई उसके बाद ही रिहा किया गया। लेकिन अभी भी विभाग संयोजक तन्नू शर्मा द्वारा बताया गया है कि बजरंग दाल के पदाधिकारियों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए। इतना ही नहीं अभी भी संगठनों से बातचीत की जाएगी और इस की रुपरेखा बनाई जाएगी।
Indore News : ये था पूरा मामला
बजरंग दाल द्वारा घेराव और प्रदर्शन की चेतावनी और जानकारी दोपहर 3 से 4 बजे के बीच ही व्यापक स्तर पर प्रसारित कर दी गई थी। उसके बावजूद यह हालात बने। बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना था कि इलाके के पबों में देर रात तक नशाखोरी चलती रहती है। कार्यकर्ता देर रात नशाखोरी करवाने वाले पबों के खिलाफ पुलिस को ज्ञापन देने पलासिया थाने पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान थाने पर भारी पुलिस बल मौजूद था। प्रदर्शन के दौरान खासी नारेबाजी की गई।
इस दौरान इलाके का यातायात भी अस्तव्यस्त हो गया था। जब हालात बेकाबू होने लगे तो कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की तो जमकर पिटाई हुई। इसके बाद कार्यकर्ताओं को एक बस में बैठाकर ले जाया गया। जिनमें राजेश बिंजवे विभाग मंत्री, विश्व हिंदू परिषद अविनाश कौशल जिला मंत्री, विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल संयोजक तन्नू शर्मा, विभाग संगठन मंत्री अभिषेक उदनिया सहित 11 लोग गिरफ्तार हुए हैं।