IT Park: एमपीआईडीसी (मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) को कई होटल समूहों ने तीसरे आईटी पार्क के होटल के लिए ऑफर दिया है। एमपीआईडीसी चाहती है कि होटल 100 रूम से अधिक का हो, ताकि बड़ी सुविधा मिल सके। जिसके बाद अब इसपर अधिकारीयों द्वारा इस प्लान की बातचीत की जा रही है और इसमें संशोधन किया जाएगा।
चौथे आईटी पार्क के लिए निर्माण कार्य जारी:
चौथे आईटी पार्क के लिए फिलहाल सर्च की जा रही जमीन बिल्डिंग के पीछे है। वहीं इसके साथ ही एक और जमीन की तलाश भी इसके लिए पूरी हो चुकी है। अब अनुमान है कि इसे भी कंस्ट्रक्शन का रूप दिया जाएगा। दरअसल वर्तमान में जो दो प्रोजेक्ट चल रहे है उनसे विभाग को सालाना अच्छी आय प्राप्त हो रही है। वहीं कंपनियां भी इस क्षेत्र को उनके लिए सुविधाजनक मान रही हैं। हालांकि विभाग के एक अधिकारी की माने तो अभी दोनों प्लान विभाग स्तर पर ही बातचीत में हैं। लेकिन जल्द ही इसका खुलासा भी किया जाएगा।
इंडौर के आईटी सेक्टर में बढ़ती मांग:
इससे पहले दोनों आईटी पार्कों में अलग-अलग कंपनियां और आईटी एक्सपर्ट्स काम कर रहे हैं, जिनमें ‘टीसीएस, इन्फोसिस, एसेंचर, इम्पेटस, इन्फोबींस, यश टेक्नोलॉजी, सस्टेंगों, 43 बिलियन, काग्नीजेंट, आईबीएम, सिसाफ्ट ग्लोबल, वर्ल्ड प्ले, क्वालवेब्स, हितेशी टेक्नोलॉजी, कोडजिला, रेगबैंक, आईटी स्पॉक टेक्नोलॉजी, अमेजन, टॉस्कअज, बिलियंश इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी, डायसपार्क, परस्पेशन, एम्फेसिस, सेफरान सोलर, सी-नेट, पेटीएम, स्योरविन, साइबर फ्यूचरस्टिक, ओसवाल कम्प्यूटर एंड कंसल्टेंट, नेट-लिंक, इग्नटाइज, आदि शामिल हैं।’
तीसरे आईटी पार्क के लिए निर्माण हो रही इस नई इमारत में कुल 19 मंजिलें होंगी और यह 484 करोड़ की लागत से तैयार की जा रही है, जिससे यह मप्र की पहली सबसे बड़ी व्यावसायिक इमारत बनेगी।