मंदसौर | मध्य प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है| एक तरफ बड़े नेताओं में जहाँ पटरी नहीं बैठ रही है, वहीं समर्थक भी आप खोने में देर नहीं कर रहे| ताजा मामला मंदसौर से सामने आया है| जहां राहुल गांधी की करीबी माने जाने वाली राजीव गांधी पंचायत राज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीनाक्षी नटराजन समर्थक और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक आपस में भिड़ गए, इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं में लात घूसे भी चले । इस दौरान ‘मीनाक्षी हटाओ- संसदीय क्षेत्र बचाओ’ के नारे भी लगाए। यह हंगामा जिला कांग्रेस के दफ्तर में हुआ जहां मीनाक्षी नटराजन कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंची थी और वे स्वयं वहा मौजूद थीं|
विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार बुलाई गई इस बैठक को पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन सम्बोधित करने वाली थी| लेकिन बैठक में हंगामा हो गया| यह बवाल उस समय हुआ जब सिंधिया समर्थक और मल्हारगढ़ विधानसभा से चुनाव हारे कांग्रेस प्रत्याशी परशुराम सिसौदिया ने इस बात पर एतराज किया कि बैठक में मल्हारगढ़ के कांग्रेस नेता और नटराजन समर्थक श्यामलाल जोकचंद को क्यों आने दिया| कार्यकर्ता कांग्रेस नेता व पिछले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे श्यामलाल जोकचंद्र द्वारा मल्हारगढ़ सीट पर अधिकृत प्रत्याशी परशुराम सिसौदिया के खिलाफ प्रचार करने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से कार्यकर्ता नाराज थे। उन्होंने जोकचंद्र को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की। जोकचंद पूर्व में दो बार चुनाव हार चुके हैं और तीसरी बार भी दावेदारी कर रहे थे लेकिन टिकट सिंधिया समर्थक परशुराम सिसौदिया को मिला लेकिन वे चुनाव हार गए. उनका आरोप है कि जोकचंद ने भितराघात किया और बीजेपी को वोट करवाया इसलिए उन्हें पार्टी से निष्काषित किया जाए|