स्पेशल रिपोर्ट,कमलेश सारडा। भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में उज्जैन की लोकायुक्त पुलिस ने एक बड़ी ट्रेप कार्रवाई की है। दरअसल, अधिकारीयों को रिश्वत (Bribe) लेने में ना तो डर लगता है और ना ही उन्हें अपनी नौकरी खोने का डर रहता है। ऐसा ही हाल ही में मंदसौर (mandsaur) के बोतलगंज के पूर्व पंचायत सचिव शंभू सिंह चौहान को 10 हजार की रिश्वर लेते रंगे हाथ लोकायुक्त उज्जैन ने पकड़ा है। यह वर्तमान में पंचायत सचिव मल्हारगढ विधानसभा के सोनी ग्राम पंचायत में पदस्थ है।
यह भी पढ़े…भोपाल : आयोग में शिकायत, भूस्वामी को नोटिस जारी, निगम ने वसूला जुर्माना
लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मंदसौर के बोतलगंज निवासी मुबारिक खान पिता इब्राहिम ने लोकायुक्त एसपी उज्जैन संभाग कार्यालय में शिकायत की थी कि मेरी पत्नी एवं मेरे पुत्र के नाम बोतल गंज में एक-एक भूखंड है। डेढ़ 2 वर्ष पहले मकान बनाने की अनुमति हेतु मेरी पत्नी और पुत्र ने सरपंच ग्राम पंचायत बोतल गंज के नाम लिखित आवेदन पत्र दिया था। उस समय पंचायत सचिव शंभू सिंह ने आवेदन लेकर रख लिया था। अभी उनका ट्रांसफर हो गया है।
जिसके बाद फरियादी ने द्वारा पंचायत सचिव से मिलकर काम करने को कहा तो उसके द्वारा ₹30000 रिश्वत की मांग की गई। जबकि सचिव का ट्रांसफर सोनी ग्राम पंचायत में हो गया। इसके बाद भी पंचायत नामांतरण करवाने का दावा करते हुए रुपयों की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत फरियादी ने 13 अक्टूबर को लोकायुक्त उज्जैन को की थी। इसके बाद लोकायुक्त ने पंचायत सचिव को जाल बिछाकर ट्रेप किया है।
यह भी पढ़े…Google Fined: गूगल पर भारत सरकार ने लगाया 1337 करोड़ रुपये का जुर्माना, ये है वजह, पढ़ें पूरी खबर
बता दें कि पंचायत सचिव की रिश्वत की डिमांड रिकॉर्ड कराई गई शंभू सिंह द्वारा ₹30000 की मांग रिकॉर्ड होने पर आवेदक द्वारा कहा गया कि अभी मैं 2-3 दिन में ₹10000/- दे दूंगा। बाकी 20,000 बाद में दे दूंगा। पहली किस्त के रूप में आज 10 हजार देना तय हुआ था। लोकायुक्त उज्जैन संभाग की टीम ने पंचायत सचिव शंभू सिंह को आवेदक मुबारिक से ₹10000 रिश्वत लेते हुए ग्राम थड़ोद स्थित उसके आवास पर पकड़ा लिया गया है।