भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह अभियान, MP में 15 जनवरी से होगी शुरूआत

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अयोध्या (Ayodhya) में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू हो गई है। जिसके लिए निर्माण के 15 जनवरी से 14 फरवरी तक एक अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत मध्यप्रदेश से अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर (Ayodhya Shri Ram temple) के निर्माण के लिए धन संग्रह का कार्य किया जाएगा। इस धन संग्रह के अभियान (Fundraising campaign) के लिए कूपन तैयार किया गया है, जिसमें जिस किसी की भी जितनी श्रद्धा भक्ति को उसके अनुसार राशि समर्पित कर सकता है।

श्रद्धा-भक्ति से दे सकेंगे राशि

इस श्रद्धा निधि के लिए 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन उपलब्ध रहेंगे। साथ ही राशि से अधिक राशि समर्पित करने वाले डीडी, चेक या रसीद-बुक से पैन संख्या के साथ अपनी राशि दे सकेंगे। अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके संबंध में प्रांत सह अभियान प्रमुख ओम प्रकाश सिसोदिया (Om Prakash Sisodia) ने कहा कि मध्यप्रदेश में जन-जन को जोड़कर 15 जनवरी से 14 फरवरी तक राशि संग्रह करने का कार्य किया जाएगा। जिसमें लोग अपनी स्वेच्छा शक्ति से राशि समर्पण कर सकेंगे।

30 दिनों तक चलेगा अभियान

उन्होंने बताया कि इस अभियान में कूपन माध्यम से लोग मंदिर निर्माण के लिए अपनी श्रद्धा निधि दे सकते है। ओम प्रकाश सिसोदिया ने कहा कि निधि समर्पण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी हिन्दू समाज के लोगों को भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण से जोड़ना है। जिसे ध्यान में रखते हुए पूरे मध्यप्रदेश सहित मध्य भारत प्रांत के हर एक सनातन घर में जाएंगे और उनसे सीधे जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह अभियान 30 दिनों तक चलने वाली है, जिससे संग्रहित होने वाली राशि को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास में भेजी जाएगी।

आयकर अधिनियम 1961 में मिली छूट

इस संबंध में ओम प्रकाश सिसोदिया ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को सीबीडीटी नोटिफिकेशन द्वारा भारत सरकार ने एतिहासिक महत्व के साथ ही सार्वजनिक पूजा स्थल होने की घोषणा की है। जिसके तहत श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए समर्पित की गई निधि पर आयकर अधिनियम (Income tax act 1961) 1961 धारा 80जी में छूट मिली है


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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