मुरैना,संजय दीक्षित। देवगढ़ थाना क्षेत्र के डिड़ोखर गांव में श्मशान घाट पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। श्मशान घाट की दो बीघा जमीन थी जिस पर दबंगों ने कब्जा कर केवल एक बिस्वा जमीन ही छोड़ दी है। एक बिस्वा जमीन में गड्डे व कंटीली झाड़ियां उगी हुई हैं। शुक्रवार को डिड़ोखर गांव के लोग जब मृतक आशामराम शर्मा के शव का अंतिम संस्कार करने निकले तो कीचड़ से होकर गुजरना पड़ा। जैसे-तैसे जब शमशान में पहुंचे तो वहां पहले फांवड़े से जगह को साफ किया तब कहीं जाकर चिता जलाई जलाने की व्यवस्था की गयी।
Transfer : MP में फिर हुए DSP रैंक के अधिकारियों के तबादले, यहां देखे लिस्ट
बता दें, कि डिड़ोखर गांव में श्मशान घाट है लेकिन उसमें न तो चबूतरा है, न टीन शेड है। दो बीघा जमीन श्मशान घाट के लिए थी, लेकिन दबंगों ने उस पर कब्जा कर लिया जिससे अब केवल एक बिस्वा जमीन शेष रह गई है। श्मशान घाट तक पहुंचने का रास्ता भी कीचड़ भरा है। मृतक आशाराम शर्मा की लाश को लेकर बड़ी मुश्किल में काफी दूर से गांव वाले श्मशान घाट तक लेकर पहुंचे। लाश को खेतों में से लेकर जाना पड़ा क्योंकि रास्ता ही नहीं था। मृतक आशाराम के भतीजे विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि जब वे शव को लेकर पहुंचे तो उन्हें पहले फांवड़े से जगह को साफ किया। उसके बाद चिता को जलाने की व्यवस्था की गई । उसके बाद जब चिता की परिक्रमा लगाई तो लोगों के पैर में कांटे तक घुस गए। बारिश के सीजन में यहां लाश को जलाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। बारिश में लाश को घर पर घण्टों रखे रहना पड़ता है। कई बार तो तिरपाल टांगकर लाश को जलाना पड़ता है।
जोबट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने फूंका बिगुल, महिला सम्मलेन के साथ शुरुआत
स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव की सरपंच रामरती देवी व सचिव देवेन्द्र सिंह ने गांव के विकास के नाम पर 14 लाख से अधिक राशि निकाल ली लेकिन शमशान तक नहीं बनवाया। कुछ लोगों का कहना है कि श्मशान घाट के लिए मंगाए पत्थर व अन्य मेटेरियल का उपयोग सरपंच ने अपने घर में कर लिया है।इस बारे में प्रशासन से कई बार शिकायत की गयी लेकिन कोई भी कार्यवाही नही की गई है।अब देखना होगा कि प्रशासन नींद से जागकर ग्रामीणों को शमशान की भूमि दबंगों से मुक्त कराता है या फिर इसी हाल में शव को जलाने पर ग्रामीणों को मजबूर होना पड़ेगा।
बंटी-बबली के नाम से प्रसिद्ध गिरोह का इटारसी पुलिस ने किया पर्दाफाश, 3 आरोपी गिरफ्तार, 6 मोटरसाइकिल भी जब्त
इस पूरे मामले में एडीएम नरोत्तम भार्गव का कहना है कि श्मशान पर दबंगो ने कब्जा कर लिया है तो उसे जल्द ही मुक्त कराया जाएगा।अतिक्रमण को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जल्द ही अमले को भेजकर अवैध कब्जे को हटवाया जाएगा। अगर श्मशान घाट के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है और नहीं बनवाया गया है। तो संबंधित के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।