मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना से एक दर्दनाक नजारा सामने आया है, जब एंबुलेंस नहीं मिलने पर मासूम अपने 2 साल के भाई का शव लेकर बैठा सड़क किनारे घंटों बैठा रहा, दरअसल मुरैना-सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क के पास सड़क किनारे 2 साल के भाई का शव लेकर गोद में बैठा मासूम अपने पिता का इंतजार कर रहा था, कि कब उसका पिता एंबुलेंस लेकर आए और वह अपने मासूम भाई के शव को लेकर घर पहुंचे, बता दें कि 8 साल का मासूम अपनी गोद में 2 साल के भाई का शव लिए नेहरू पार्क के पास सड़क किनारे बैठा था उधर मृतक का गरीब पिता अपने बच्चे के शव को घर ले जाने के लिए सस्ती रेट में वाहन तलाश रहा था, जिसने भी यह दृश्य देखा उसकी आंखों में आंसू भर आए।
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बता दें कि जिला अस्पताल से शव ले जाने के लिए कोई भी वाहन की व्यवस्था नहीं थी लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ लिया तो तुरंत एंबुलेंस और मौके पर पुलिस पहुंच गई और उसका इंतजाम कराया गया ।अंबाह निवासी बड़फरा पूजा राम जाटव को 2 साल के बेटे राजा को एंबुलेंस के जरिए अंबाह अस्पताल से रेफर कराकर जिला अस्पताल में लाया एनीमिया और पेट में पानी भरने की बीमारी से ग्रसित राजा ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। अम्बाह के अस्पताल से राजा को जो एंबुलेंस लेकर आई वह तत्काल लौट गई राजा की मौत के बाद उसके गरीब पिता पूजा राम ने अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ से शव को ले जाने के लिए वाहन की बात कही तो यह कहकर मना कर दिया कि शव को ले जाने के लिए अस्पताल में कोई वाहन नहीं है बाहर से भाड़े की गाड़ी कर लो अस्पताल परिसर में खड़ी एंबुलेंस के किसी संचालक ने डेढ़ हजार तो किसी ने 2000 भाड़े की रकम मांगी, इसलिए वह अपने बेटे राजा को शव को लेकर अस्पताल के बाहर आ गया और अपने भाई के शव को गोद में लेकर बैठा रहा और अपने पिता का इंतजार कर रहा था।
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सूचना मिलते ही मौके पर मीडिया कर्मी पहुंचे। मीडिया कर्मियों की सूचना मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई और उसको जिला अस्पताल के सरकारी वाहन से अंबाह के लिए शव को भेजा गया। इस पूरे मामले में आरएमओ सुरेंद्र सिंह गुर्जर का कहना है कि सूचना मिलते ही तुरंत बच्चे के शव के लिए जिला अस्पताल से निशुल्क एंबुलेंस की सुविधा करा दी गई और उसके शव को अंबा के लिए भेज दिया गया है इसके साथ ही जिला अस्पताल में सूचना कर दी गई है कि किसी भी गरीब व्यक्ति के शव को ले जाने के लिए निशुल्क एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए।