मुरैना, संजय दीक्षित। इस समय पूरे मप्र (MP) में सभी आला अधिकारी रेत माफियाओं (sand mafia) खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे है। वहीं मुरैना (morena) जिले में एसडीओ (SDO) श्रद्धा पांढरे दिन रात माफियाओं पर नकेल कसने में लगी हुई है। तो वही कैलारस (Kailaras) थाना क्षेत्र का एक ऐसा मामला देखने को मिला है। जहाँ प्रभारी ने अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़कर थाने में रख दिया था। लेकिन किसी कारणवश मामले को रफादफा कर 4 दिन के बाद ट्रैक्टर ट्रॉली को छोड़ दिया। जिसके बाद थाना प्रभारी संदेह के घेरे में खड़े हैं।
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एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने लिखा पत्र, माँगा जवाब
बता दें कि कैलारस थाना के ग्राम कुटरावली से मोनू जाटव का रेत से भरा ट्रैक्टर ट्रॉली 28 मई को पकड़ा गया था। जिसे थाना प्रभारी कैलारस ने 4 दिन थाने में रखने के बाद छोड़ दिया। इसकी पूरी जानकारी पुलिस अधीक्षक मुरैना और चम्बल अभ्यारण की एसडीओ श्रध्दा पांढरे के संज्ञान में थी। जिसे लेकर वन विभाग एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने विभागीय पत्र भेजकर थाना प्रभारी से जवाब मांगा है। कि जब तक जांच नहीं हो जाती है। तब तक ट्रैक्टर कैसे छोड़ा गया। विभागीय पत्र मिलने की बाद थाने में अफरातफरी मच गई है। वन विभाग की अधिकारी एसडीओ द्वारा भेजे पत्र के माध्यम से कहा कि जब ट्रैक्टर ट्रॉली चंबल रेत से भरा था और आपके द्वारा ग्राम कुटरावली से पकड़ा गया। जिसमें ज्ञात होता है कि यह चंबल रेत कहां से लाया जा रहा है। एवं कहां एकत्रित करके रखा जा रहा है। क्योंकि ट्रैक्टर-ट्रॉली चंबल रेत से भरी हुई थी। जिसमें 2.5 घन मीटर चंबल का रेत था। ऐसी अन्य बिंदुओं पर जब तक जांच नहीं हो जाती तब तक ट्रैक्टर ट्रॉली को कैसे छोड़ा जा सकता हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉली आपकी अभिरक्षा में रखा गया था। जांच पूरी ना होने से पहले ही क्यों छोड़ दिया गया।
क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध, थाना प्रभारी पर उठे सवाल
कैलारस क्षेत्र में आए दिन ताबड़तोड़ चोरियां हो रही हैं। लेकिन प्रभारी का ध्यान चोरों पर नही हैं। कस्बे में 2 चोरियां हो चुकी है एवं 1 माह पूर्व कस्बे में लूट की घटना हो चुकी है। वहीं खेत पर सो रहे किसान की शेखपुर गांव में हत्या कर दी गई। इन सभी मामलों का अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है । जिससे थाना प्रभारी की निष्क्रियता साफ उजागर हो रही है। वहीं बताया जा रहा हैं कि कुटरवाली गांव में ट्रैक्टर-ट्रॉली निकालने पर दीवार गिर पड़ी थी। जिसके बाद चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली मारपीट के डर से छोड़कर भाग गया। उसके बाद उन्होंने राजसात की कार्यवाही के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली में रेत भर दिया था।
अब देखना यह है कि आला अधिकारी इस मामले में को लेकर थाना प्रभारी पर क्या कार्रवाई करते हैं। या फिर मामले को हर बार की तरह दबा दिया जाएगा।