भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मौसम विभाग (weather department) ने मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में 17 नवंबर से मौसम में बदलाव (Change in weather) के साथ ठंड (Cold) बढ़ने की संभावना (Chance of cold rising) जताई है। पश्चिमी विक्षोभ (Western disturbance) के प्रभाव के चलते प्रदेश के मौसम (weather) में बदलाव देखा जाएगा। जानकारी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में, एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में निचले स्तरों पर बना हुआ है।
पश्चिमी विक्षोभ, निचले स्तर के पूर्वी हवाओं और प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के साथ आपस में परस्पर प्रभाव के कारण आज 15 नवंबर 2020 को पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश (ग्वालियर और चम्बल संभागों के जिलों के साथ नीमच और मंदसौर जिले) के कुछ स्थानों के साथ अनेक स्थानों पर गरज-चमक, आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि के साथ बारिश की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वातावरण के तामपान में गिरावट के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। जिससे प्रदेश में ठंड बढ़ेगी। इसी के चलते रविवार को शनिवार की अपेक्षा तापमान में गिरावट आई है। वहीं नमी बढ़ने के चलते कई स्थानों पर बादल छाये हुए है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि इस समय हवा की दिशा पूर्व और दक्षिण-पूर्व की तरफ बनी हुई है। जिसके कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में नमी बनी हुई है। इसी के चलते बादल छाने के साथ तामपान न्यूनतम हो गया है। बता दें कि राजगढ़ में शनिवार और रविवार की रात तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं राजधानी भोपाल में 18.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान, इंदौर में 18.6 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर में 15.1 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर में 18.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। हवा का रूख बदलने के कारण पूरे प्रदेश में सर्द हवाओं के साथ ठंड बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।