नरसिंहपुर, डेस्क रिपोर्ट| उत्तर प्रदेश के हाथरस केस (Hathras Case) की तरह मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) में भी नरसिंहपुर (Narsinghpur) का मामला गरमा गया है| इसको लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है| इस बीच सामूहिक दुष्कर्म व आत्महत्या के मामले में दो पुलिसकर्मियों समेत 7 लोग गिरफ्तार (Arrest) किये गए हैं। वहीं एएसपी राजेश तिवारी और गाडरवारा के एसडीओपी सीताराम यादव को पुलिस मुख्यालय भोपाल (PHQ Bhopal) अटैच कर दिया गया है।
जिले के चीचली थानांतर्गत एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की तीन दिन तक रिपोर्ट नहीं लिखी गई| जिससे आहात महिला ने शुक्रवार को सुबह घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला जब सार्वजानिक हुआ तो पुलिस की गंभीर लापरवाही उजागर हुई| मृतका के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। रिपोर्ट लिखाने वे पुलिस के चक्कर लगा रहे थे। आरोपितों को गिरफ्तार करने की जगह उन्हें ही लॉकअप में डाल दिया गया था। जब महिला ने आत्महत्या कर ली तब अधिकारी मौके पर पहुंचे और आनन् फानन में कार्रवाइयां की जा रही है|
रिपोर्ट न लिखने और लापरवाही बरतने के कारण चिचली थाना प्रभारी अनिल सिंह और गोटिटोरिया चौकी प्रभारी मिश्रीलाल कुड़ापे को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, दुष्कर्म के तीन मुख्य आरोपी परसू, अरविंद, अनिल के साथ ही पीड़िता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाले दो अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है।