नीमच। श्याम जाटव।
रोटरी परिसर में ब्लॉक कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंची क्षेत्र की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने अपने भाषण में लोकसभा चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर करते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम किसी से डरते नहीं है। हम सब मिलकर यहां काम करेंगे । उन्होंने संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि कोई भी विधायक प्रत्याशी या कोई भी कार्यकर्ता निराश ना हो हार की मेरी नैतिक जिम्मेदारी है । साथ ही उन्होंने कहा कि कोई कार्यकर्ता निराश ना हो नीमच जावद मनासा में हार गए लेकिन वहां के कांग्रेस प्रत्याशी ही आपके हमारे विधायक हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जब टिकट वितरण हो जाता है तो हमें पार्टी द्वारा घोषित किए गए उम्मीदवार के लिए ही काम करना चाहिए। नीमच , मनासा व जावद में प्रत्याशी अपनी मर्जी से नहीं कांग्रेस आलाकमान की मर्जी से चुनाव लड़े है। मेरी नजर में पूरे संसदीय क्षेत्र में जहां जहां भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काम किया है वह पूरे लगन ईमानदारी से काम किया है किसी ने भी किसी के साथ कोई विरोध में काम नहीं किया है। लोकसभा में भी पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाए हम सबको मिलकर यह चुनाव लड़ना है और आने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनाना है।
मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने मुख्यमंत्री बनने के मात्र 10 मिनट में किसानों का कर्जा माफ कर यह बता दिया कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है। आने वाला समय कांग्रेस का है आप अपने अपने क्षेत्रों में कांग्रेस की मजबूती के लिए कार्य करे। सांसद का इस प्रकार से बयान देना यही बताता है कि वे आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेसजनों में बने आपसी मनभेद व मतभेद को मिटा कर एक मजबूत टीम तैयार कर रही है या यूं कहें उन्हें दिल्ली से यह इशारा मिल चुका है कि मंदसौर लोकसभा से उनकी उम्मीदवार पर मुंहर लग सकती है।
कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने निकाली भड़ास-
इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कई कार्यकर्ताओं ने अपने मन की पीड़ा को भाषण के माध्यम से बताते हुए कहा कि ऐसे कांग्रेस के नेता जो उनके गृह क्षेत्र के अपनी ही पोलिंग को जिताने की हिम्मत नहीं रखते है वह लोग नीमच विधानसभा में कलफ वाले कपड़े पहनकर भ्रमण करते है और पूछते हैं कि क्या स्थिति चल रही है । हमारा वरिष्ठ नेताओं से निवेदन है कि ऐसे लोगों को जो घूमते रहते हैं और कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ते है उनको चार-चार पोलिंग की जिम्मेदारी दी जानी चाहिये कि आप ये चार पोलिंग जीता कर लाओ। जिम्मेदारी दे दी जाएगी निश्चिती हमें हार का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने पर दिया बल-
पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल ने कहा कि 15 वर्ष से शासन नहीं था तो नए लोग जुड़ने में भी कतरा रहे थे अब शासन अपना है हमें नए कार्यकर्ताओं को जोड़ना है। इसके लिये संगठन की प्रक्रिया को सरल बनाना पड़ेगा। वर्तमान में कांग्रेस में किसी नए पदाधिकारी को लेना है तो संगठन की प्रक्रिया जटिल होती है । जब तक वह मनोनीत होता है तब तक उसका मन पलट जाता है। इसलिऐ संगठन में नये लोगों को जोड़ने के लिए सरल प्रक्रिया अपनाना होगी।
नये पदाधिकारी रहे नदारत-
जो भी नए पदाधिकारियों की संगठन में नियुक्ति हुई है वह कार्यकर्ता सम्मेलन में नहीं दिखे जिस पर भी कई कांग्रेसजनों ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को पदों पर बिठा दिया है जो सरकार आने के बाद भी कांग्रेस के कार्यक्रम में नहीं आ सकते हैं तो ऐसे लोगों की कांग्रेस संगठन को जरूरत नहीं होना चाहिए। उनके नामों पर सफेद कालिख पोती जाए उनको हटाकर सक्रिय और अनुभव वाले व्यक्ति को मौका दें जो हमेशा निरंतर कांग्रेस पार्टी के लिए कार्य करता आ रहा है ।