धोखाधड़ी कर जमीन हड़पने का आरोप, पुलिस से की शिकायत

Amit Sengar
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Neemuch Fraud News : नीमच जिले की जावद तहसील अंतर्गत आने वाले गुर्जर खेड़ी तालाब में सामूहिक खाते की भूमि को धोखाधड़ी कर जमीन हड़पने की नीयत से दो परिवार के सदस्यों ने अपने नाम करवा लिया साथ ही न्यायालय में विचाराधीन मामले की जानकारी छुपाकर तहसीलदार से आदेश भी प्राप्त करा लिए। जिसको लेकर पीड़ित पक्ष के लोग शुक्रवार को एसपी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने उपरोक्त भूमि के संदर्भ में समस्त दस्तावेज और एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया और दोषियों पर 420 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कार्यवही की मांग की गई।

यह है मामला

बता दें कि ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम गुर्जर खेड़ी तालाब तहसील जावद में 12 बीघा से अधिक जमीन है जिस पर 6 परिवार के लगभग 45 सदस्यों के नाम दर्ज है जिसमें 2 परिवार के सदस्य बाबूलाल उर्फ रामेश्वर लाल फूलचंद्र नंदकिशोर और अशोक पिता बद्रीलाल ने जमीन हड़पने की नीयत से सत्य जानकारी छुपाकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उपरोक्त भूमि अन्य 6 परिवारों के नाम हटवा कर अपने नाम करवा ली साथ ही तहसीलदार से न्यायालय में विचाराधीन मामले की सत्य जानकारी छुपाकर आदेश भी प्राप्त कर लिए। जबकि 1 बटा 6 भाग के मान से मौके पर संयुक्त स्वामित्व एवं अधिपत्य की भूमि है और उपरोक्त वर्णित भूमियों का आज तक कोई भी बंटवारा सहस्वामियों के बीच नहीं हुआ है उक्त भूमि को हड़पने की दूश नियत से भूमि एवं अन्य भूमि के बंटवारे का वाद व्यवहार में विचाराधीन होने के तथ्यों को छुपा कर व तहसीलदार जावद को धोखा देकर हम पीड़ितों के हिस्से की भूमि को धोखे पूर्वक हड़पने की दुष नीति रची गई है।

आवेदन में मांग की गई है कि धोखाधड़ी एवं फर्जी दस्तावेज बनाने व फर्जी हस्ताक्षर करने वाले दोषियों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत अपराध दर्ज कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। शिकायती आवेदन सौंपने के दौरान श्याम लाल धाकड़ जगदीश धाकड़ शौकीन धाकड़ शांतिलाल धाकड़ प्रकाश धाकड़ मोहन लाल धाकड़ सत्यनारायण धाकड़ जगन्नाथ धाकड़ प्रेमचंद्र धाकड़ मुकेश धाकड़ प्रहलाद धाकड़ राम कुमार धाकड़ दिलीप धाकड़ राजेश धाकड़ कैलाश धाकड़ दशरथ धाकड़ सहित अन्य उपस्थित रहें।
नीमच से कमलेश सारड़ा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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