नीमच में राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर जिला जज ने बाछड़ा समुदाय की पढ़ी लिखी बालिकाओं को दिया प्रशंसा पत्र

राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में जनशोर्य NGO व जिला प्राधिकरण सेवा के तत्वाधान में बाछड़ा समुदाय की पढ़ी-लिखी बालिकाओं का न्यायाधीश ने प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मान।

Shashank Baranwal
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Neemuch News: मध्यप्रदेश के नीमच मे आज यानी बुधवार को जनशोर्य NGO व जिला विधिक प्राधिकरण सेवा के द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर बाछड़ा समुदाय नीमच-मंदसौर जिले की ऐसी 55 बालिका जो अपनी समाज की क्रुप्रथा से दूर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाते हुए अलग-अलग स्थानों पर काम कर रही है उनको जिला जज के द्वारा प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। बता दें ये इन बालिकाओं में से कोई आगनवाड़ी में है तो कोई NGO में काम कर रही है।

कानून के दायरे में हर संभव मदद की जाएगी- जिला जज

जिला जज ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस सामाजिक क्रुप्रथा से दूर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने के लिए ईमानदारी से मेहनत करना है। यदि कोई गलत नीयत से तुम्हे छूने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ आवाज उठाना है। साथ ही कहा कि यदि किसी भी तरह की मदद चाहिए तो कानून के दायरे में हर संभव मदद की जाएगी।

देह का व्यापार कराने की है कुप्रथा

गौरतलब है कि नीमच-मंदसौर जिले में बाछड़ा समुदाय में सदियों से क्रुप्रथा चली आ रही है, जिसमे नाबालिक व बालिक लड़कियों से देहव्यापार करवाया जाता है। वहीं अब कुछ हद तक तस्वीरे बदलते हुई दिखाई दे रही हैं।

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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