Neemuch News : करणी सेना के भोपाल प्रदर्शन को लेकर बसों की मांग को लेकर करणी सेना द्वारा आज नीमच शहर में आरटीओ ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। इस पर नीमच आरटीओ रितु अग्रवाल का कहना है कि करणी सेना द्वारा बसों की परमिट के संबंध में जो कि ऑनलाइन आवेदन होता है, वह आवेदन ही अब तक नहीं दिया है तो बिना ऑनलाइन आवेदन के कैसे स्वीकृति दी जाए यदि विधिवत आवेदन ऑनलाइन अप्लाई करेंगे तो निश्चित रूप से नियम के तहत परमिशन दी जाएगी।
दरअसल, 8 जनवरी को भोपाल में आर्थिक आधार पर आरक्षण देने और एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर करणी सेना रैली निकलेगी। नीमच आरटीओ ने निर्देश दिए थे कि करणी सेना की रैली में नीमच से कोई बस न जाए, इसके लिए प्रदेश सरकार के कहने पर आरटीओ रितु अग्रवाल ने गुरुवार को निजी बस संचालकों की बैठक लेकर उन्हें निर्देश जारी किए। जिसके बाद करणी सेना के कार्यक्रम में भोपाल जाने वाली बसों को परमिट नहीं दिया जाएगा।
बस मालिकों की ली मीटिंग
नीमच आरटीओ ने प्रदेश सरकार के दबाव के आकर बस मालिकों की मीटिंग ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी करणी सेना की रैली में बस लेकर नहीं जाएगा। अगर कोई गया तो उसके विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। गिरीराज सिंह ने बताया कि इस संबंध में उसकी बस मालिकों से बात हुई है। वे पूर्व से करणी सेना द्वारा बुक कराई गई बसों की बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं जबकि बुकिंग 15-20 दिन पहले करा दी गई थी।
बसों के नहीं दिए जा रहे परमिट
करणी सेना के कार्यक्रम में भोपाल जाने वाली बसों के परमिट नहीं दिए जा रहे हैं और बस मालिकों को डराया धमकाया जा रहा है कि कोई भी बस मालिक भोपाल रैली में बस लेकर नहीं जाएगा। करणी सेना जिलाध्यक्ष के आरोपों के संबंध में जब कुछ बस ऑपरेटरों से चर्चा की गई, तो उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें परिवहन विभाग से निर्देश मिले हैं कि 8 जनवरी को करणी सेना के कार्यक्रम में बस को भोपाल लेकर नहीं जाना है।
विरोध
जिसका विरोध करने के लिए करणी सेना के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और इसका विरोध शुरू कर दिया है। साथ ही, करणी सेना जिलाध्यक्ष गिरीराज सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की तानाशाही पर उतर आई है।
नीमच से कमलेश सारड़ा की रिपोर्ट