Neemuch News : प्रदेश के मुखिया आदिवासियों के लिए क्या-क्या काम नहीं कर रहे है लेकिन उनकी पार्टी के कुछ नेता उनका नाम खराब कर रहे है, ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के नीमच जिले की जावद तहसील से आ रहा है जहाँ एक आदिवासी सरपंच लालू राम भील निवासी ने अजाक्स थाना में लिखित आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
यह है मामला
बता दें कि सरपंच लालू राम भील ने लिखित में शिकायत की आज में मोहले से निकल रहा था तब पंचायत के पूर्व सरपंच पुत्र अशोक सोनी,आपू सोनी, कालू सोनी, देवीलाल कुमावत, लाला धाकड़, रामकुमार धाकड़ सहित आदि लोगो ने मेरे साथ झूमाझटकी की एवम जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। साथ ही मुझे धमकी भी दी और बोला की जान से मार देंगे अगर पंचायत में कदम रखा तो और मेरी घेरा बंदी कर ली आसपास के लोगों ने मुझे छुडाया।
भाजपा नेताओं ने की झूमाझटकी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जाट में भाजपा अभी दो गुटों मे बट गई है जिसका नुकसान आदिवासी सरपंच को उठाना पड़ रहा है दोनों गुटों का सोचना है सरपंच हमारे हिसाब से काम करें। लेकिन अब दबाव इतना बनाया जा रहा है की भाजपा का एक खेमा झूमाझटकी और जाती सूचक शब्दों से अपमानित करने लगा है जिसका परिणाम यह है कि आदिवासी सरपंच को थाने की शरण लेना पड़ी और अपने लिए सुरक्षा की गुहार भी लगाना पड़ी।
नीमच जिला पंचायत सदस्य मंजू भील ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम है वर्तमान में भाजपा आदिवासी समुदाय की सबसे ज्यादा हितेषी पार्टी है पूरे घटनाक्रम से कैबिनेट मंत्री महोदय को अवगत कराया जाएगा जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की मांग की जाएगी।
नीमच से कमलेश सारड़ा की रिपोर्ट