धनतेरस के दिन 13.50 लाख रुपए की चोरी का पुलिस ने किया खुलासा, सात आरोपी गिरफ्तार

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इंदौर, डेस्क न्यूज। इस साल पूरे देश में दीपावली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। जहां हर साल की भांति धनतेरस और दीवाली के दिन घर में लक्ष्मी मां की पूजा-अर्चना की. इसी कड़ी में इंदौर के मल्हारगंज क्षेत्र से धनतेरस के शुभ अवसर पर खंडेलवाल परिवार के घर चोरी होने का मामला सामने आया है, जहां से करीब साढ़े 13 लाख चोर ले उड़े। जिसका पुलिस ने खुलासा करते हुए सात आरोपियों को धर-दबोचा है। जानकारी के अनुसार, आरोपी चोरों के पास से पुलिस ने दस लाख रुपए जब्त कर लिए है।

गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि बाकी के ढाई लाख रुपए एक अन्य आरोपी के माता-पिता के पास है, जो अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सभी आरोपियों में से एक आरोपी नाबालिग है, वहीं बाकी आरोपियों की उम्र करीब 18 से 20 साल बाताई जा रही है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी कुछ दिनों से पीड़ित के घर की रैकी कर रहे थे, सभी ने बताया कि वे काफी समय से दिन में सूनसान घरों की रैकी कर रात में चोरी की घटना को अंजाम देते है। इस दौरान आरोपियों ने बताया कि वे अभी तक करीब 6 चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके है। वहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद किए है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।