MP: शिवराज के मंत्री को दिग्विजय सिंह का ऑफर-यदि ऐसा है तो कांग्रेस में क्यों नही आ जाते

Pooja Khodani
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कांग्रेस दिग्विजय सिंह

राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) द्वारा नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) भक्त बाबूलाल चौरसिया (Babulal Chaurasiya) को कांग्रेस (Congress) में शामिल करवाने के बाद जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के साथ साथ सत्तापक्ष बीजेपी (BJP) और शिवराज सरकार (Shivraj Government) के मंत्री-विधायक भी हमले बोलने से नहीं चूक रहे है।इसी बीच अपनों से घिरे कमलनाथ के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) उतर आए है और उन्होंने कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग को ऑफर देते हुए कहा है कि यदि महात्मा गांधी से प्रेम है तो भाजपा छोड़ कांग्रेस में क्यो नही आ जाते। ।

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दरअसल, आज शनिवार को मध्यप्रदेश के राजगढ़ पहुचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार (Shivraj Government) में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग(Cabinet Minister Vishwas Sarang)  के गोडसे भक्त के कांग्रेस (Congress)  में शामिल होने को लेकर ग्वालियर  (Gwalior) में सवाल उठाए थे और कहा था कि गाँधीजी (Gandhi JI) का सरनेम लेकर उनकी विचारधारा का दमन किया जा रहा है। इस पर दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि विश्वास सारंग को यदि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से प्रेम है तो भाजपा (BJP) छोड़ कांग्रेस में क्यो नही आ जाते ।

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वही चुनाव आयोग (election Commission) को निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जो निष्पक्षता चुनाव आयोग में होना चाहिए। वह निष्पक्षता नजर नहीं आ रही है । जिस तरह से चुनाव (Election) की तारीखें तय की गई है और लंबा चुनाव खींचा गया है वह गलत है। चुनाव आयोग को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए लेकिन वह निष्पक्षता अभी नजर नहीं आ रही है ।इसको लेकर पश्चिम बंगाल (West Bengal ) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने भी इस पर आपत्ति जताई है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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