राजगढ़। जिले में सीएए के समर्थन में रैली निकाल रहे भाजपा नेता पर कलेक्टर द्वारा चांटा मारने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि रविवार को एक नया मामला सामने आ गया। मामला मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा का है जहां गणतंत्र दिवस के अवसर पर चौरई नगर पालिका द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इस कार्यक्रम में जब भाजपा नेता और पूर्व विधायक रमेश दुबे बोलने के लिए खड़े हुए तो वे समान नागरिकता कानून के समर्थन में बात करने लगे। जैसे ही उन्होंने इस नागरिकता अधिनियम के फायदे गिनाने शुरू किये, एसडीएम चौरई मेघा शर्मा ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को उनके पास भेजा और इस बारे में कुछ भी बोलने से मना करने का संदेश दिया। इस पर रमेश दुबे भडक़ गए और बोले कि यह तो अब संविधान का हिस्सा बन चुका है और इस अधिनियम के बारे में कोई बोलने से कैसे रोक सकता है। इस पर एसडीएम ने जवाब दिया कि यह विवादित विषय है और इस पर कृपया ना बोले। इसके तुरंत बाद रमेश दुबे ने अपना भाषण समाप्त कर दिया और बाद में पत्रकारों से एसडीएम के व्यवहार की निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला और देश के कानून का विरोध करना बताया।