बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय आज रतलाम के व्यापारियों से करेंगे चर्चा 

रतलाम,सुशील खरे।  बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय आज 9  सितंबर बुधवार को मप्र के व्यापारियों सहित रतलाम के व्यापारियों से भी चर्चा करेंगे। मप्र  कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अध्यक्ष भूपेंद्र जैन एवं महामंत्री मुकेश अग्रवाल ने बतायाा कि व्यापारिक गतिविधियों में ‘पुलिस का सहयोगात्मक रुख’ विषय पर मप्र के व्यवसाइयों से बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की चर्चा वेबिनार के माध्यम से 9 सितम्बर बुधवार शाम 4 बजे आयोजित की जाएगी।

अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने बताया कि कोविड-19 की भीषण महामारी के देखते हुए पूरे देश में व्यवसाय पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। 5 महीनों में 19 लाख करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ है। अब जब सब-कुछ अनलॉक हो चुका है, तब इन आर्थिक गतिविधियों को सुचार रूप से संचालित करने के लिए पुलिस का सहयोगात्मक रुख आवश्यक है। इसी विषय पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय व्यापारियों से चर्चा करेंगे। कैट मप्र अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन, महामंत्री मुकेश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मनोज चौरसिया ने सभी व्यवसाइयों से वेबिनार में जुड़ने का अनुरोध किया है। वह जूम की लिंक कैट पदाधिकारियों से प्राप्त कर सकते हैं।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।