Ratlam News: रतलाम के आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में चौथी मंजिल से गिरकर एक नौवीं की छात्रा की मौत होने की जानकारी सामने आई है। यह घटना बुधवार दोपहर की बताई जा रही है, जहां इलाज के दौरान छात्रा ने दम तोड़ दिया। हॉस्टल मैनेजमेंट का कहना है कि छात्रा ने सुसाइड करने की कोशिश की है। वहीं पिता का कहना है कि इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी बेटी को चोट नहीं लगी है कुछ ना कुछ छुपाया जा रहा है।
घटना जिस समय हुई उस समय हॉस्टल में वार्डन मौजूद नहीं थी और यहां रहकर पढ़ने वाली 277 छात्राएं काम करने वाली बाई और प्यून के भरोसे रह रही थी। वार्डन ने यह भी बताया है कि छात्रा टेस्ट में चीटिंग करते हुए पकड़ा गई थी। वहीं कलेक्टर की ओर से वार्डन को निलंबित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी इस मामले में प्रदर्शन करने की बात कही है। यह पूरा मामला रतलाम के सागोद रोड पर स्थित शासकीय कन्या शिक्षा परिसर की हॉस्टल का है। यहां पर शासकीय कन्या शिक्षा परिसर आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली 9वीं की छात्रा हॉस्टल की दूसरी मंजिल पर रहती थे।
हॉस्टल की वार्डन का कहना है कि टीचरों ने मुझे बताया था कि स्कूल में छात्रा को चीटिंग करते हुए पकड़ा गया था लेकिन उसके खिलाफ केस नहीं बनाया गया। टेस्ट खत्म होने के बाद छात्रा ने हॉस्टल में वापस आकर खाना खाया। वार्डन ने यह भी कहा कि हॉस्टल में गेहूं खत्म होने वाले थे इसलिए मैं खाद्य विभाग गई थी। तभी फोन आया कि छात्रा छत से गिर गई है। टीचर और प्यून उसे जिला अस्पताल लेकर गए और मैं भी हॉस्पिटल पहुंची। यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रात को कलेक्टर ने हॉस्टल पहुंचकर स्टाफ और छात्राओं से इस बारे में जानकारी भी ली है।
अपनी बेटी को खो चुके पिता बहादुर का कहना है कि मेरी बेटी चौथी मंजिल से गिरी लेकिन उसके शरीर पर कहीं भी गंभीर चोट के निशान नहीं है। हाथ पैर में कुछ खरोच के निशान दिखाई दे रहे हैं खून भी नहीं निकला है। जहां तक मुझे पता है कोई फ्रैक्चर भी नहीं आया है और हॉस्टल वाले कुछ ना कुछ छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। यह भी कहा है कि स्थिति स्पष्ट हो इसलिए पोस्टमार्टम किया जाना चाहिए। हॉस्टल वालों ने घटना के बाद पुलिस को भी जानकारी नहीं दी, हम चाहते हैं कि इसकी प्रशासनिक जांच की जाए। बेटी पढ़ाई में अच्छी थी और पिछली क्लास में भी अच्छे नंबर लेकर आई थी इसलिए वह चीटिंग नहीं कर सकती।