रतलाम, सुशील खरे। जावरा में जबसे कचरा संग्रहण का काम निजी संस्था के हाथों में गया है, तभी से रहवासी अपना कचरा खुद गाड़ियों में डाल रहे हैं। इसके शिकायत लेकर नगर पालिका जावरा के पूर्व अध्यक्ष पवन सोनी, पूर्व मंडल अध्यक्ष महेश सोनी ने एक प्रतिनिमंडल के साथ मिलकर सीएमओ को ज्ञापन सौंपा। उनकी मांग है कि नगर पालिका के कर्मचारी ही कचरा संग्रहण करें, जिससे नगर की सफाई व्यवस्था सुचारु चले।
कचरा संग्रहण के लिए नियुक्त किए एनजीओ द्वारा में हो रही विसंगतियों से उत्पन्न हो रही समस्याओं के निराकरण के लिए भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम एवं नगरपालिका सीएमओ नीता जैन को ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है कि पहले कचरा संग्रहण के लिए गाड़ी आती थी, लोग बाहर कचरा डस्टबिन में रखते थे और कर्मचारी उसे उठाकर ले जाते थे। लेकिन अब कर्मचारियों द्वारा लोगों को सूचना दी जा रही है कि कचरे को स्वयं उठाकर वाहन में डाले। इस कारण जो लोग सुबह पूजा व घरेलू कार्यों में व्यस्त रहते हैं और कुछ दो-तीन मंजिला इमारत में किराए से रहते हैं वे कचरा गाड़ी का इंतजार नहीं कर सकते। ऐसे में कचरा रखकर चले जाते हैं। उन्हें खुद कचरा गाड़ी में कचरा डालने का कहा जाता है इससे लोगों को परेशानी हो रही है। कचरा डालने के आग्रह की जगह चेतावनी भरे लहजे में लोगों से अभद्रता की जा रही है।
प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि एनजीओ को ठेका देने के बाद व्यवस्था बिगड़ी है। वार्डों में समय पर वाहन नहीं पहुंच रहे। ज्ञापन देने के दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन सोनी, पूर्वाध्यक्ष महेश सोनी, मंडल उपाध्यक्ष अजयसिंह भाटी, कोषाध्यक्ष घनश्याम सोलंकी, महामंत्री राजेश शर्मा, सोनू यादव मौजूद थे। मामले में सीएमओ नीता जैन ने कहा पहले नपा कर्मचारी कचरा उठा लेते थे और कचरा गाड़ी में डाल देते थे अब लोगों को जागरूक करने व स्वच्छता सर्वेक्षण से जोड़ने के लिए लोगों को कचरा सीधे कचरा वाहन में डालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।