रतलाम, सुशील खरे। जिले में आगामी 22 मई से ई-पास सिस्टम (E-Pass System) लागू होने जा रहा है। बगैर पास के कोई भी व्यक्ति शहर में इधर-उधर घूम नहीं सकेगा। यह ई-पास मोबाइल पर ही उपलब्ध होगा। अब घर से बाहर निकलने के लिए एंड्राइड मोबाइल साथ रखना होगा। लेकिन जिला प्रशासन ये पता करना भूल गया कि जिले की लगभग 16 लाख जनसंख्या में से कितनों के पास एंड्राइड मोबाइल है। इस व्यवस्था से जिनके पास एंड्राइड मोबाइल नहीं होंगे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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रतलाम कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम (Ratlam Collector Kumar Puroshattam) ने जानकारी देते हुए बताया कि निरीक्षण के दौरान देखने में आया है कि कई लोग अनावश्यक या किसी बहाने से शहर में घूमते पाए गए हैं। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। शहर में संक्रमण अभी भी बरकरार है, इसके नियंत्रण के लिए जरूरी है कि कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन हो। जिले के अन्य स्थानों से आने वाले लोगों को भी ई-पास बनवाना अनिवार्य होगा।
ऐसे बनवाए E-Pass
कलेक्टर ने बताया कि ई-पास बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा जो मोबाइल से किया जा सकेगा। जिसमें नाम, पता, आधार नंबर की आवश्यकता होगी। मात्र 4 घंटे में ई-पास बनकर संबंधित आवेदक के मोबाइल पर पहुंच जाएगा। ई-पास हासिल होने के बाद भी संबंधित व्यक्ति को अपनी आईडी अपने साथ रखना होगी। वहीं जो व्यक्ति ई-पास के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ होंगे वे व्हाट्सएप पर आवेदन प्रेषित कर सकेंगे, उन्हें व्हाट्सएप पर अनुमति मिल जाएगी। ई-पास बनवाने के लिए http://www.ratlamepass.in लिंक का उपयोग किया जा सकता है।
ईन सुविधाओं के लिए जरूरी होगा E-Pass
ई-पास अस्पताल में भर्ती मरीज के अटेंडर, परिजन के लिए, चिकित्सकीय परामर्श के लिए, कोविड जांच, सिटी स्कैन, ब्लड जांच, एक्सरे, सोनोग्राफी आदि की जांच के लिए मेडिकल स्टोर से दवाई करने के लिए, निकटतम संबंधी की मृत्यु होने संबंधी एवं अति आवश्यक कार्य के लिए जारी होंगे। पास की वैद्यता कार्य और परिस्थितियों के अनुसार रहेगी। मीडिया कवरेज के संबंध में बताया गया है कि मीडियाजनों को उनके संस्थान के परिचय पत्र साथ रखना होंगे।