रतलाम ।सुशील खरे।
अभी तक आपने देखा पड़ा और सुना होगा की कोई भी दुखी परेशान व्यक्ति पुलिस के पास जाता है पर रतलाम में आज कुछ इससे उल्टा ही नजारा देखने को मिला यहाँ पर कुछ पुलिस कर्मी सत्तारूढ़ पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश भरावा को घेरे खड़े थे और वो सब अपनी नौकरी बचने की गुहार लगा रहे थे ये सब थे नगर सैनिक
दरअसल मप्र में हाईकोर्ट के आदेश के बाबजूद भी नगर सेना के सेनिको को एक साल की जगह दस माह ही नौकरी पर रखा जा रहा है जिससे इनके सामने ार्थी और पारवारिक संकट शुरू हो गया इन लोगों ने सर्कार के साथ अपने बरिष्ठ अधिकारिओं पर भी वादा खिलाफी और दमनकारी नीति का आरोप लगाया इनका कहना है की हम लोगों को रोटेशन के तहत घर बिठा दिया जा रहा जिस पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश भरावा का कहना है की ये राज्य स्तरीय मुद्दा है में मुख्यमंत्री से बात करूंगा अब देखना है नगर की सुरक्षा करने बाली ये पुलिस अपने हक़ की लड़ाई कहाँ तक लड़ती है।