Alote Fertilizer Loot Case: रतलाम (Ratlam) के आलोट में हुए खाद लूट कांड में कांग्रेस विधायक मनोज चावला और पूर्व जिला अध्यक्ष योगेंद्र सिंह जादौन पर केस दर्ज किया गया था। जादौन को गिरफ्तार कर इंदौर न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया था। इस मामले में उन्होंने प्रथम श्रेणी न्यायालय में जमानत की याचिका लगाई थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। इसके बाद आज अपर न्यायालय में हुई सुनवाई के दौरान भी जमानत याचिका रद्द कर दी गई है।
अपर न्यायालय ने खारिज की अर्जी
10 नवंबर को हुए खाद लूट कांड के बाद 11 नवंबर को योगेंद्र सिंह जादौन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। 12 नवंबर को उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी। इसके बाद उन्होंने अपर कोर्ट के समक्ष जमानत अर्जी लगाई थी। इस याचिका पर आज सुनवाई की गई जिसमें न्यायाधीश मुकेश नाथ ने अर्जी को खारिज कर दिया है।
विधायक चावला फरार
वहीं इस मामले में फिलहाल विधायक मनोज चावला की गिरफ्तारी नहीं हुई है, वह अभी भी फरार चल रहे हैं। आलोट पुलिस लगातार विधायक को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी हुई है। इसके लिए तीन टीमों का दल भी बनाया गया है जो लगातार इंदौर, उज्जैन और आगर क्षेत्र में जांच पड़ताल में जुटा हुआ है। विधायक का मोबाइल स्विच ऑफ है जिसके चलते लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। इसके अलावा उनके पीए और गनमैन के मोबाइल नंबर भी ट्रेस किए जा रहे हैं लेकिन वह उनसे भी संपर्क में नहीं हैं।
ये है पूरा मामला
रतलाम के आलोट के विधायक मनोज चावला ने 10 नवंबर को खाद गोदाम का शटर खोलकर किसानों को खाद ले जाने को कहा था। यूरिया गोदाम में डिजिटल सिस्टम फेल हो जाने की वजह से किसानों को खाद नहीं मिल पा रही थी।किसानों को खाद के लिए परेशान होता देख गोदाम पहुंचे विधायक ने तेवर दिखाते हुए गोदाम का शटर खोलकर किसानों को अंदर घुसकर खाद ले जाने को कह दिया था। उनकी बात सुनकर किसान अंदर घुसे और यूरिया खाद की बोरियां लेकर बाहर आ गए। जिसके बाद विधायक ने अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई थी। उन्होंने मौजूद अधिकारियों को डिजिटल सिस्टम खराब हो जाने के बाद अंगूठा लगाने में आ रही परेशानी को देखते हुए पावती पर खाद देने के निर्देश दिए थे। उनके इस कदम के बाद टोकन के जरिए किसानों को खाद वितरण शुरू किया गया था।
इस दौरान कांग्रेस नेता योगेंद्र सिंह जादौन भी गोदाम पर मौजूद थे और उन्होंने अधिकारियों को जमकर लताड़ा था। वो ये कहते दिखाई दिए थे कि केंद्र सरकार किसानों को योजनाओं के नाम पर मूर्ख बना रही है। उन्होंने कहा था कि किसान लगातार परेशान हो रहे हैं, लेकिन सरकार का इस और कोई भी ध्यान नहीं है।