MP News : प्रशांत किशोर की भूमिका को लेकर कमल नाथ ने कही ये बड़ी बात

Atul Saxena
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रतलाम, मनोज श्रीवास्तव। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की कांग्रेस (Congress) में एंट्री को लेकर इस समय सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है। उनकी सोनिया गांधी के साथ मुलाकातों (Sonia Gandhi Prashant Kishor meeting) के दौर इस बात का संकेत दे रहे हैं कि आने वाले चुनावों में पीके (PK) की बड़ी भूमिका हो सकती है, लेकिन मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस (MP Congress) के वरिष्ठ नेता कमल नाथ (Kamal Nath) ने प्रशांत किशोर की भूमिका को लेकर बड़ी बात कही है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ रतलाम पहुंचे। प्रशांत किशोर की सोनिया गांधी से मुलाकात और कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के सवाल पर कमल नाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में प्रशांत किशोर की क्या भूमिका होगी अभी कुछ तय नहीं है।

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कमल नाथ ने कहा कि हम किसी के भरोसे नहीं हैं कि प्रशांत किशोर आयेगा कि नहीं, हम तो 6 महीने से लगे हैं, प्रशांत किशोर का अपना अनुभव है, वो आते हैं तो मध्य प्रदेश के साथ दूसरे प्रदेशों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब राजनीति स्थानीय हो गई है जबकि पहले ऐसा नहीं था।

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तीर्थदर्शन योजना को बंद किये जाने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने आरोप लगाया कि ये यात्रा पब्लिक के लिए नहीं उनेक नेताओं के लिए थी, उन्होंने कहा कि मैंने सबसे बड़ा हनुमान मंदिर छिंदवाड़ा में बनाया लेकिन उसकी कभी पब्लिसिटी नहीं की, क्योंकि ये मेरी आदत नहीं है।

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कमल नाथ रतलाम में बढ़ती महंगाई के विरोध में कांग्रेस द्वारा आयोजित आक्रोश सभा को सम्बोधित करने आये थे।  कमल नाथ ने कहा कि महंगाई बढ़ रही है और सरकार लोगों के घर पर बुलडोजर चला रही है जनता इसका जवाब जरूर देगी। कमलनाथ (kamalnath) ने कहा कि जनता महंगाई परेशान है और सरकार उनपर बुलडोजर चलवा रही है जनता इसका जवाब जरूर देगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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