हाल बेहाल, हाशिए पर जावरा सिविल अस्पताल

Civil Hospital Jaora : योजना बनाना बेशक सरकार का काम हो सकता है लेकिन योजनाओं का सही क्रियान्वयन अधिकारियों के द्वारा ही किया जाता है। लेकिन यह तभी संभव हो सकता है जब अधिकारी वाकई में जनता को उस योजना का लाभ लेने देना चाहता हो। केवल कागजों में चलने वाली योजनाएं कागजों तक ही सिमट कर रह जाती है।

मध्य प्रदेश सरकार और इसके मुखिया शिवराज सिंह चौहान बीते कई वर्षों से खासतौर पर कोरोना के समय से मध्य प्रदेश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के ऊपर काफी ध्यान और पैसा खर्च कर रहे हैं। क्योंकि निश्चित तौर पर सरकार अब हर परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहती है। लेकिन जावरा के सिविल अस्पताल को देखकर ऐसा लगता है मानो यह चिल्ला चिल्ला कर कह रहा हो “प्रभु राम मेरी मदद करो”।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”