Ratlam News: एसपी ने जिला कलेक्टर को 92 बदमाशों को जिलाबदर घोषित करने के लिए सौंपी रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव के दौरान रतलाम जिले के कई थानों से असामाजिक तत्वों को जिलाबदर घोषित करने के लिए कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपी गई है।

Shashank Baranwal
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Ratlam News: लोकसभा चुनाव 2024 को निष्पक्ष और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है। इसी सिलसिले में प्रशासन अपराधियों और आपराधिक गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए अभियान चला रही है। इसी बीच प्रदेश के रतलाम जिले में अपराधिक छवि के व्यक्तियों पर नकेल कसने के लिए एसपी राहुल लोढ़ा ने 92 बदमाशों को जिलाबदर करने के लिए कलेक्टर को रिपोर्ट दी है।

इतने थानों से सौंपी गई रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव के दौरान रतलाम जिले के कई थानों से असामाजिक तत्वों को जिलाबदर घोषित करने के लिए कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपी गई है, जिसमें रतलाम जिले के थाना आईए के 14, डीडी नगर थाना के 14, स्टेशन रोड थाना के 12, माणकचौक थाना के 8, नामली थाना के 5, जावरा शहर थाना के 4, बिलपांक थाना के 2, आईए जावरा थाना के 2, बड़ावदा थाना के 5, रिंगनोद थाना के 1, अलोट थाना के 2, ताला थाना के 6, बरखेड़ाकला के 3, सैलाना थाना के 2, बाजना थाना के 2, रवाटी थाना के 1 और सरवन थाना से 1 अपराधी शामिल हैं। इन अपराधियों के खिलाफ एसपी ने कलेक्टर को जिलाबदर घोषित करने के लिए रिपोर्ट सौंपी है। वहीं चुनाव आचार संहिता के पहले भी कलेक्टकर को आईए जावरा थाना से 6 और माणकचौक थाना से 2 अपराधियों को जिलाबदर करने के लिए रिपोर्ट दी गई थी।

कलेक्टर ने कुछ दिनों पहले की थी जिलाबदर कार्रवाई

गौरतलब है कि रतलाम जिले में शांति व्यवस्था और अराधिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रही है। इसी सिलिसले में जिला कलेक्टर राजेश बाथम द्वारा कुछ दिनों पहले भी 33 बदमाशों को जिलाबदर करने की कार्रवाई की गई थी।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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