भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पाकिस्तान (Pakistan) में रह रहे हिन्दू सिंधियों (Hindu Sindhi) के लिए भारत (India) में बसाने के लिए किये गए नियमों में बदलाव के बाद से उनमें भारत में बसने की इच्छाएं तेज हो गई है। कुछ वर्षों पहले तक पाकिस्तान में रह रहे हिन्दू सिंधियों के लिए भारत की नागरिकता लेना बहुत कठिन था जिसे अब मोदी सरकार (Modi Government) ने आसान कर दिया है। मोदी सरकार की इस पहल के बाद हिन्दू सिंधियों को भारत बसने की इच्छा तीव्र होती जा रही है। शनिवार को पाकिस्तान से आए सिंधी शरणार्थी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और संस्था सेवा के अध्यक्ष दुर्गेश केसवानी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया।
पाकिस्तान में हिन्दुओं पर होने वाले अत्याचार किसी से छिपे नहीं हैं पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान शरणार्थियों के साथ कैसा सुलूक करता है इसलिए वहां रह रहे हिन्दू सिंधी शरणार्थी भारत में बसना चाहते हैं। कुछ समय पहले तक पाकिस्तान से आए शरणार्थी भारत तो आ जाते थे, लेकिन उन्हें भारत की नागरिकता हासिल करने में बहुत परेशानी आती थी। कई बार तो मजबूरन उन्हें पाकिस्तान तक लौटना पड़ता था। लेकिन मोदी सरकार के आते ही इन परेशानियों का समाधान तेजी से किया गया है। अब नागरिकता के नियम आसान हो गए हैं।
शॉल श्रीफल देकर किया सम्मानित
भाजपा प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी ने सभी शरणार्थियों का शॉल श्रीफल से सम्मान किया और बताया कि मोदी सरकार भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी रह रहे उन लोगों का भला चाहती है, जो कहीं न कहीं भारत से जुड़े हैं और भारत का विकास चाहते हैं। आजादी के पहले तक पाकिस्तान भारत का ही एक हिस्सा था और वहां रहने वाला हर व्यक्ति भारतीय था। लेकिन देश आजाद होने के बाद पाकिस्तान में बसे हिंदू समाज के लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिनकी खबरें समय समय पर सामने आती रहती हैं।
सुषमा स्वराज ने सरल किए थे नियम
मोदी सरकार के आने के बाद से दुनिया में कहीं भी रह रहे भारतीय के वापसी के लिए नियम शिथिल किये जाने लगे थे।पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज पहली ऐसी विदेश मंत्री थीं, जिन्होंने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता देने का पावर सीधे कलेक्टर के हाथ में दे दिया था। इसके बाद शरणार्थियों को तेजी से नागरिकता मिलने लगी और दो वर्ष पूर्व अस्तित्व में आए सीएए कानून के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान या कहीं भी बसे हिंदू, पंजाबी लोगों को भारत की नागरिकता मिलना सुलभ हुआ है।
कार्यक्रम के दौरान कोविड के सभी नियमों का पालन किया गया। साथ ही केसवानी ने लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने और अन्य लोगों को प्रेरित करने की भी बात कही। इस अवसर पर नंदलाल पंजवानी, सतरामदास सदाना, उमेश तारणी, अजित राजानी, राजा राजदेव, चन्दर कुमार और मनोज रायचंदानी सहित कई लोग मौजूद थे।