Sagar News : मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक खबर सामने आई है, जब 7 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम कर लिया है। साथ ही पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस घटना के बाद से परिजनों में काफी ज्यादा आक्रोश देखने को मिल रहा है।
दरअसल, मामला सुरखी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जब सींगना गांव के रहने वाले 7 वर्षीय यशवंत चढार की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि यशवंत को उल्टी-दस्त हो रहे थे, लेकिन सही और समय पर ट्रीटमेंट ना मिल पाने के कारण उसकी मौत हो गई।

परिजनों ने लगाए ये आरोप
परिजनों के अनुसार, बच्चे को इलाज के लिए रात के लगभग 12 बजे 108 एंबुलेंस से सुरखी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, जहां डॉक्टर ने उसे भर्ती कर लिया। साथ ही बॉटल और इंजेक्शन देकर भूल गए। ना ही पूरी रात कोई भी देखने आया। वहीं, सुबह 6 बजे जब यशवंत को देखा, तो वह मृत अवस्था में मिला।
डॉक्टर ने कही ये बात
इस घटना को लेकर सुरखी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी निमिश पटैल का कहना है कि जब यशवंत को लाया गया था, तब उन्होंने खुद उसका इलाज शुरू किया था। उस दौरान उसकी स्थिति गंभीर नहीं लग रही थी। उन्होंने परिजनों को जिला चिकित्सालय में रेफर करने का विकल्प भी दिया था, लेकिन परिजनों ने मना कर दिया। रात में उन्होंने कई बार मरीज को चेक भी किया और सुबह जब उसकी नब्ज नहीं चल रही थी, तो उसे सीपीआर भी दिया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि यशवंत को पहले आसपास के झोलाछाप डॉक्टर से भी इलाज मिल रहा था।
सागर, विनोद जैन