एसपी अतुल सिंह (SP Atul Singh) ने कहा था कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सागर में सख्ती शुरू की गई है। जगह-जगह चेकिंग पॉइंट लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। सड़कों पर निकलने वाले वाहनों को ई-पास होना अनिवार्य होगा। ई-पास नहीं होने पर वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। स्मार्ट सिटी द्वारा ई-पास जारी किए जाना थे।
सोशल मीडिया पर आदेश का विरोध
सागर एसपी के सोशल मीडिया पर वीडियो के माध्यम से सूचना जारी की थी। जिसमें बताया गया कि ई-पास तीन कैटेगरी में जारी होंगे, जो मेडिकल स्टॉफ, शासकीय विभागों की कर्मचारी और आम जनता के लिए अलग-अलग रहेंगे। कोरोना कर्फ्यू में कार्रवाई से बचने के लिए वाहन से घरों से निकलने के पहले ई-पास अनिवार्य किया गया है। प्रशासन के इस आदेश का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर बढ़ते विरोध को देखकर आदेश लागू होने से पहले ही जिला प्रशासन ने इसे वापस ले लिया है।
इन तीन कैटेगरी में जारी होने थे ई-पास
- कोरोना कर्फ्यू के दौरान डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के लिए। यह ई-पास पूरे समय या एक माह तक लिए जारी होने थे।
- शासकीय कार्यालयों के कर्मचारियों के लिए ग्रुप ई-पास जारी किए होने थे। इस ई-पास पर सोमवार से शुक्रवार तक यानी सप्ताह में 5 दिन शासकीय विभागों के कर्मचारी आवागमन करने की अनुमति देनी थी।
- आम लोगों को एक दिन के लिए ई-पास अलग से जारी किया जाना था। इसमें ई-पास लेने वाले को कारण बताना था। यह ई-पास सिर्फ एक दिन के लिए लागू होते।