MP News : दिग्विजय सिंह के अल्टीमेटम के आगे झुका जिला प्रशासन, मानी गलती, लिखित में मांगें मानने का आश्वासन

Sagar district administration bowed before Digvijay Singh : सागर जिले में सुरखी के रैपुरा गांव में दलित परिवारों के मकान गिराए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह वहां धरने पर बैठ गए और उनके आगे जिला प्रशासन को भी झुकना पड़ा। दिग्विजय सिंह ने पीड़ितों से मुलाकात के बाद साफ कर दिया था कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, वो यहां से हटेंगे नहीं। उन्होने कहा कि पीड़ितों के लिए उनकी मांग नहीं मानी गई तो वो गुरुवार रात रैपुरा में ही रुकेंगे। वहीं मौके पर कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी और डीफओ महेंद्र प्रताप सिंह पहुंचे तो दिग्विजय सिंह ने उन्हें भी अपने साथ जमीन पर ही बैठा लिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक प्रशासन लिखित में आश्वासन नहीं देगा, तब तक वो वहां से हटेंगे नहीं। उनके इस अल्टीमेटम के बाद कलेक्टर और डीएफओ ने उनकी मांगें मानने का लिखित में आश्वासन दिया है और इसके बाद दिग्विजय सिंह ने अपना धरना खत्म किया।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि जिनके मकान टूटे हैं उनके जानमाल के नुकसान की भरपाई की जाए। सरकार इन्हें मुआवजा दे। पीड़ितों को प्लॉट दिए जाएं और और प्लाट पर मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना से राशि मुहैया कराई जाए। जब तक पुख्ता इंतजाम ना हो जाए तब तक पीड़ितों के रहने के लिए प्रशासन अस्थायी इंतजाम करें। पीड़ित परिवारों के सदस्यों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था हो। उन्होने कहा जब तक ये मांगे पूरा करने का आश्वासन लिखित में नही दिया जाता तब तक वे घटना स्थल से नहीं उठेंगे।

उनके इस कड़े रुख को देखते हुए जिला प्रशासन ने उनकी मांगों को लिखित में मान लिया है। इन मांगों में वन विभाग के रेंजर लाखन सिंह ठाकु पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 पर एफआईआर का आवेदन प्राप्त होने के बाद जांच व विवेचना अनुसार नियमानुसार कार्रवाई करने की बात भी शामिल है। गिराए गए मकानों में छह मकान ऐसे थे जो प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत बनाए गए थे। इन मकानों का निर्माण पीएम आवास योजना के समतुल्य कराने की बात कही गई है। बता दें कि इससे पहले उन्होने आरोप लगाया था कि दलित परिवारों के मकान परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निर्देश पर गिराए गए हैं।

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए कहा था कि ‘सागर जिले के सुरखी में जिस तरह से शिवराज सरकार ने दलित समुदाय के लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया है, उससे स्पष्ट है कि यह सरकार निरंकुश होने के साथ ही अन्यायी, अत्याचारी और अमानुषिक हो गई है। कांग्रेस पार्टी इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवारों साथ हैं और उन्हें हर कीमत पर न्याय दिलाकर रहेगी।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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