Sagar-School Renamed : सागर जिले की सुरखी विधानसभा के एक छोटे गांव विदवास में जो सुरखी से चार किलोमीटर की दूरी पर है जहां एक शासकीय स्कूल का नाम यहाँ पढ़ने वाली एक छात्रा के नाम पर किया गया है, इस स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा की सफलता की कहानी ने न सिर्फ पूरे प्रदेश बल्कि देश में झंडे गाड़े, 16 साल की उम्र में शादी हो जाने और फिर एक के बाद एक चार बच्चों को जन्म देने के बाद भी मेहनत रुकी नहीं और उस मेहनत का अंजाम है कि वो हाईकोर्ट की जज बनी। आज इसी छात्रा के नाम पर इस स्कूल का नामकरण किया गया।
पहली कक्षा से लेकर जज बनने तक का सफर

चलिये, अब बताते हैं, इसकी पूरी दास्तां इस गांव में कभी सुंदरलाल जैन रहा करते थे जिनकी बेटी विमला देवी जैन जुलाई 1957 में इसी शासकीय स्कूल में दाखिला लिया और अप्रैल 1962 तक कक्षा पांचवीं पास की क्योंकि उस समय यह स्कूल कक्षा पांचवीं तक ही था लेकिन विमला देवी जैन एक होनहार छात्रा थीं जिसके बाद पढाई करने वह सागर पहुंची जहां मोराजी स्कूल और जैन महिला आश्रम में आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए 16 वर्ष की उम्र में उनकी शादी नैनागिर निवासी सुरेश जैन के साथ हो गई उनके जीवन साथी सुरेश जैन भी एक होनहार छात्र थे, अब वह समय भी आया जब सन 1978 में विमला देवी जैन का चयन व्यवहार न्यायाधीश के पद पर हो गया और उनके पति सुरेश जैन भी IAS के पद पर चयनित हो गये और विमला देवी जैन ने अनेकों जिलों में जहां सत्र न्यायाधीश के रुप अपनी सेवाएं दीं तो वहीं उनके पति सुरेश जैन ने भी अनेकों जिलों में कलेक्टर के रुप में अपनी सेवाएं दीं।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर की न्यायमूर्ति के पद पर सुशोभित
वर्ष 2010 में विमला देवी जैन मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर की न्यायमूर्ति के पद पर सुशोभित हुई और मध्यप्रदेश शासन ने सन 2022 में विदवास में स्थित इस शासकीय स्कूल का नाम विमला देवी जैन के नाम पर करने का निर्णय लिया और उसका शिलाखेख और लोकार्पण समारोह संपन्न हुआ, जिसमें देवरी विधानसभा के पूर्व विधायक सुनील जैन उनकी धर्मपत्नी निधि जैन शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक सह संयुक्त संचालक सहित अनेकों जन प्रतिनिधि और अधिकारियों सहित सुरखी क्षेत्र के हजारों लोगों के साथ न्यायमूर्ति विमला देवी जैन के परिवार जन संबंधी जो विभिन्न शासकीय पदों पर पदस्थ हैं उनके साथ स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा आपको बता दें कि विमला देवी जैन के पिता सुंदरलाल जैन अनेकों वर्षों तक इसी विदवास गांव के सरपंच भी रहे हैं जिन्होंने बडे विनम्र और उदार भाव से लोगों की खूब सेवा और अपने स्वयं के खर्च पर लोगों की मदद की आज हुये इस कार्यक्रम में विदवास के लोग आत्मीय भाव से न्यायमूर्ति विमला देवी जैन से मिलते हुये और गौरांवित होते नजर आये जिनमें वह लोग भी शामिल थे जो मजदूर और किसान भी है जो कभी विमला देवी के साथ पढ़ते थे जिन्हें विमला देवी ने शक्ल और नाम से इतने सालों बाद भी पहचान लिया विमला देवी जैन भारत में पर्यावरण विधि ,नगर एवं ग्रामीण विकास संहिता , शिक्षा विधि संहिता सहित अनेकों पुस्तकों की सह लेखिका भी रहीं हैं।
सागर से विनोद जैन की रिपोर्ट