Sagar News : सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपये की ठगी, मामला दर्ज

पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लिया है। मामले में फरियादी ने नौकरी दिलाने के संबंध में हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को दी है।

Sagar News : मध्य प्रदेश के सागर जिले के मकरोनिया थाना क्षेत्र में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 25 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। फरियादी ने थाने पहुंचकर शिकायत की है। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि फरियादी अंकित जैन निवासी मकरोनिया ने पुलिस में शिकायत करते हुए बताया कि वर्तमान में प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहा हूं। वर्ष 2018 की बात है मेरी पहचान मेरे घर के पास बने मंदिर मे आने-जाने के दौरान अनीता जैन से हुई जो वर्तमान में प्रौढ शिक्षा विभाग सागर में अकाउंटेंट के पद पर पदस्थ है। उनसे पारिवारिक संबंध बन गए और इस दौरान एक दिन मेरे घर आने पर अनीता ने मुझसे व मेरी मां से कहा कि मेरी सचिवालय भोपाल में अच्छी पहचान है। आप लोग कहो तो में सचिवालय कोटे से सीधी भर्ती करवा सकती हूं, जो नायब तहसीलदार, अकाउंटेंट से नीचे के समकक्ष पदों की होगी। जिसके लिए आपको करीब 25 लाख रुपए खर्च करना होंगे। उसकी बातों में परिवार के लोग आ गए। जिसके बाद वह लगातार रुपयों का इंतजाम करने का बोलती रही। 23 मई 2018 को मेरे पिता ने बैंक से 5 लाख रुपए निकालकर दिए। इस दौरान अनीता ने कहा कि जल्द ही सचिवालय से नौकरी का आदेश निकलवाती हूं। शेष पैसों का इंतजाम कर लो। कुछ दिन बाद शेष राशि भी दे दी। जिसके बाद अनीता आज-कल करती रही और दो साल निकाल दिए। लेकिन नौकरी नहीं लगी। जब हम लोगों को संदेह हुआ तो अनीता की जानकारी निकाली तो पता चला कि वह इसी तरह की लोगों से ठगी करती रहती है।

जानकारी मिलने पर उनके घर गए और रुपए वापस मांगे। दबाव बनाया तो 1.60 लाख रुपए खाते में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन शेष राशि लेने में आनाकानी करने लगी। कुछ समय बाद शेष रुपए मांगने उसके घर गए तो उसने धमकाया और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। मामले में परेशान होकर थाने में शिकायत की। शिकायत पर मकरोनिया पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News