Sagar News : 70 किलो गांजे के साथ चार तस्कर गिरफ्तार, दो फरार

आरोपी दोनों कारों में ओड़िशा के जगदलपुर से गांजा लेकर सागर आ रहे थे। सागर में मालथौन क्षेत्र के ढाबों पर गांजा खपाने की तैयारी थी। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

Amit Sengar
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Sagar News : मध्य प्रदेश में अवैध मादक पदार्थ का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहाँ सागर पुलिस ने दो कारों से बड़ी मात्रा में गांजा जब्त किया है। पुलिस ने चार आरोपी गिरफ्तार किया हैं। वहीं दो आरोपी भाग निकले। उनके कब्जे से 70 किलो गांजा जब्त बरामद किया है।

क्या है पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार महाराजपुर थाना प्रभारी मीनेश भदौरिया को मुखबिर से सूचना मिली कि सफेद कलर की दो कारों स्विफ्ट और आईटेन हुंडई से कुछ लोग अवैध रुप से गांजा लेकर नरसिंहपुर से सागर की ओर हाइवे से होकर गुजर रहे हैं सूचना पाकर थाना प्रभारी मीनेश भदौरिया ने सहायक उपनिरीक्षक घनगौर प्रसाद आरक्षक हुकम हरीओम और विपिन को साथ लेकर घेराबंदी की, जिसमें बिना नंबर की सफेद कलर की स्विफ्ट कार में बैठे व्यक्ति गाडी छोडकर भाग गये। जिसमें से 61 किलो गांजा जिसकी कीमत 9 लाख 23 हजार रुपये और कार की क़ीमत 5 लाख रुपये बताई गई जो पुलिस ने NDPS एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की। लेकिन सफेद कलर की एक कार आईटेन हुंडई MP 15 CA 4944 सहजपुर केसली की ओर भाग निकली जिसकी सूचना सागर कंट्रोल रूम को दी गई और जिले की पुलिस सक्रिय हो गई।

तभी सुरखी थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर को सूचना मिली कि उक्त कार नन्हीदेवरी से होते हुए बिलहरा की ओर जा रही है थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर ने अपने स्टाफ को साथ लेकर नाकाबंदी की तो एक सफेद कलर की कार MP 15 CA 4944 आती हुई दिखाई दी जिसको पकडकर जब उसकी तलाशी ली उसमें चार व्यक्ति बैठे मिले जिन्होंने अपना नाम विवेक चौहान पिता देवेन्द्र चौहान, सोनू पिता लखन सिंह परमार, मनेन्द्र पिता बलवंत सिंह बुंदेला, इंद्रपाल पिता महेन्द्र सिंह राजपूत सभी निवासी मालथौन बताया। जिसमें 8 किलो 595 ग्राम गांजा बरामद हुआ। जिसकी कीमत 80 हजार रुपये और कार की कीमत दो लाख रुपये बताई जिन्हे जब्त कर NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई कर सभी आरोपियों को न्यायालय पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

सागर से विनोद जैन की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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