सिंधिया समर्थक मंत्री जी के सामने महिला ने सुनाई ‘गद्दारी’ की कविता, सकपकाए मंत्री ने बजाई ताली, देखिये Video

सागर, डेस्क रिपोर्ट। बीते दिनों सागर जिले की सुर्खी विधानसभा में अपने प्रवास के दौरान मध्य प्रदेश के राजस्व व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (govind singh rajput) उस समय हतप्रभ और भौचक्के रह गए जब मंच पर एक वृद्ध महिला को आमंत्रित किया गया और उस महिला ने एक कविता में गद्दारी शब्द का उल्लेख कर दिया। महिला ने अपनी कविता ने कहा- “जनता से नेताओं से, फौजों की खड़ी कतारों से। एक बात कहना है मुझको, इस देश के पहरेदारों से। संभल कर रहना अपने घर में, छिपे हुए गद्दारों से।”

दरअसल सिंधिया समर्थक (scindia supporter) विधायक अपने पद से इस्तीफा देकर जब से बीजेपी (bjp) में शामिल हुए हैं, क्षेत्र की जनता के साथ-साथ पूरे प्रदेश में उनके उनके विरोधी उनके इस कदम को गद्दारी की संज्ञा देते रहे हैं। सिंधिया के खिलाफ तो कांग्रेसियों ने पिछले दिनों सार्वजनिक रूप से ग्वालियर में नारे लगाए थे और सिंधिया राजवंश की रानी लक्ष्मीबाई के साथ की गई गद्दारी का तथाकथित उल्लेख भी किया था।अब गोविंद सिंह राजपूत समेत कई विधायक प्रत्याशियों पर अपने अपने क्षेत्रों में इस तरह के आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने बीजेपी का दामन बाकायदा एक मोटी रकम लेने के साथ-साथ भविष्य सुरक्षित करने के आश्वासन के साथ थामा है। हालांकि शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) इस कदम को गद्दारी की बजाय खुद्दारी कह रहे हैं और उनका कहना है कि क्योंकि कांग्रेस में इन नेताओं को आत्म सम्मान नहीं मिल रहा था इसलिए उन्होंने जनता की आवाज बुलंद करने और क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा है। लेकिन अभी तो पिक्चर बाकी है। चुनाव प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई है और जब चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर होगा तो निश्चित रूप से कांग्रेस (congress) इसे एक बड़ा मुद्दा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी कि आखिरकार क्या ऐसा कारण था कि इन विधायकों ने उस बीजेपी का दामन थाम लिया जिसे डेढ़ साल पहले ही पानी पी पीकर कोस कर उन्होंने जनता का विश्वास हासिल किया था और विधायक या मंत्री बने थे।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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