भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सहारा इंडिया (Sahara India) कंपनी के निवेशकों से प्रताड़ित होकर ग्वालियर जिले के डबरा की एक महिला ने अपना शहर छोड़ दिया है। इस महिला के पति ने डेढ़ साल पहले सहारा कंपनी से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद भी कंपनी द्वारा निवेशकों का भुगतान नहीं किया गया। महिला ने अपनी सुरक्षा को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
ग्वालियर जिले के डबरा के सुभाष गंज इलाके में रहने वाली मणि जैन ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पत्र में मणि जैन ने लिखा है कि उनके पति स्वर्गीय भूपेंद्र जैन ने 5 फरवरी 2021 को ट्रेन से कटकर इसलिए आत्महत्या कर ली थी क्योंकि सहारा इंडिया कंपनी निवेशकों का पैसा नहीं लौटा रही थी और निवेशकों ने भूपेंद्र जैन के भरोसे पैसा निवेश कराया था।
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निवेशक लगातार भूपेन्द्र जैन को प्रताड़ित कर रहे थे जिसके चलते उन्हें यह आत्मघाती कदम उठाना पड़ा। भूपेंद्र जैन ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था जिसमें उन्होंने केवल और केवल सहारा इंडिया कंपनी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। ग्वालियर के एसपी अमित सांघी के हस्तक्षेप के बाद सहारा इंडिया कंपनी के प्रमुख सुब्रतो राय के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया।
इस बीच महिला डबरा की पुलिस से लगातार इस मामले को दर्ज करने की कहती रही लेकिन डबरा की पुलिस ने कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की। मणि जैन ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अपनी सुरक्षा की मांग की है और लिखा है कि अभी भी उन्हें डबरा शहर में आते जाते निवेशक परेशान करते हैं, मारपीट की धमकी देते हैं, गाली गलौज करते हैं जिसके कारण वे प्रताड़ित होकर डबरा शहर ही छोड़ रही हैं और अपने मायके सागर में रह रही हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री से सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है और पत्र में यह भी लिखा है कि उनके पति द्वारा निवेश कराए गयी रकम सहारा इंडिया कंपनी से वापस दिलाई जाए और उनके पति की मृत्यु के कारण हुई क्षतिपूर्ति के लिए कंपनी उचित मुआवजा राशि दे। पत्र की प्रतिलिपि मणि जैन ने गृह मंत्री मध्य प्रदेश, पुलिस महानिदेशक और ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक को भी भेजी है।