चित्रकूट। भगवान राम के तपोभूमि चित्रकूट में आज से तीन दिवसीय मेले की शुरुआत हुई। हर वर्ष यहां पचास लाख से ज्यादा राम भक्त दीपावली में दीपदान करने चित्रकूट पहुंचते हैं। धन तेरस के दिन से मेले की शुरुआत होती है । राम भक्त कामदगिरी पर्वत की आठ किलोमीटर की परिक्रमा करते हैं और मां मंदाकिनी नदी में दीपदान करते है ।
चित्रकूट क्षेत्र के पच्चीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित राम पथ के सभी धार्मिक स्थानों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। कामतानाथ भगवान के साथ साथ स्फटिक शिला, गुप्तगोदाबारी, सती अनुसुइया, रामघाट, भरतकूप, सीता रसोई, हनुमानधारा सहित सभी तीर्थ स्थानों पर भक्तों की भीड़ रहती है। सुरक्षा के मद्देनजर चित्रकूट को इस बार 17 जोन में बांटा गया है जहां एक एक कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तैनात होंगे। मेले की सुरक्षा की कमान दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। बारह सौ से ज्यादा पुलिस जवान की तैनाती होगी। जिसमें महिला पुलिस भी रहेगी, पुलिस के साथ एनडीआरएफ टीम, बम स्क्वायड के साथ साथ सपेरों की तैनाती की गई है। पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी होगी।उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश सरकार इस मेले की चाक चौबंद व्यवस्था को लेकर सतर्क है । यातायात व्यवस्था के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की है। यही नारियल फोड़ने और हवन करने पर प्रतिबंध लगाया गया है