Satna News : सतना के केंद्रीय जेल से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शासन के निर्देश पर 21 बंदियों को रिहाई दी गई है 21 बंदियों में तीन सतना जिले के, 10 छतरपुर, 6 पन्ना जिले और एक-एक कैदी बालाघाट,रीवा जिले का रहने वाला है। जो सभी अलग-अलग मामले के सजा याफ्ता थे जिन्हे उनके बेहतर आचरण को देखते हुए शासन के निर्देश पर प्रमाण पत्र देकर रिहा किया गया है इस दौरान सभी को धार्मिक पुस्तक सुंदर कांड और एक फलदार पौधा भी भेंट किया गया है साथ ही उन्हें समाज की मुख्य धारा में रहकर एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में बेहतर जीवन जीने की नसीहत दी गई है।
बता दें कि पूरे मध्य प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस पर सतना सेंट्रल जेल से सबसे अधिक 21 बंदियों को रिहा किया गया है जो सभी अलग-अलग अपराधों पर सजा काट रहे थे जिनमें कुछ की सजा पूरी होने पर तो कुछ को उनके बेहतर आचरण को देखते हुए शासन के निर्देश पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जेल से आजाद किया गया है।
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यह 21 कैदी हुए रिहा
रिहा होने वाले बंदियों में शराफत अली पिता हसन अली छतरपुर, वीरेंद्र पिता नत्थू जसोडिया महोबा यूपी, सत्तू उर्फ सहदेव अहिरवार पिता नत्थू अहिरवार छतरपुर, कंधू पाल पिता मंगला पाल छतरपुर, रामेश्वर पाल पिता बंदी पाल छतरपुर, भइयाराम पिता रघुवीर यादव पन्ना, काशी यादव पिता भइयाराम पन्ना, लक्ष्मी यादव पिता रघुवीर यादव पन्ना, बेटू लाल पिता विशला चौधरी पन्ना, कैलाश कोल पिता मिट्ठू कोल सतना, नर्मदा उर्फ नवल किशोर पिता सरजू अहिरवार छतरपुर, भइयाराम पिता शालिगराम राजपूत छतरपुर, आशीष चतुर्वेदी पिता बृजराज चतुर्वेदी सतना, त्रिलोक यादव पिता बल्दू यादव छतरपुर, जियालाल उर्फ जीरालाल पिता अच्छेलाल पन्ना, विनोद पिता धूराम यादव छतरपुर, किशोरा उर्फ रामकिशोर पिता भइयाराम यादव पन्ना, फूलचंद पिता किशोरीलाल कुशवाहा छतरपुर, राजेन्द्र पिता लालमन त्रिपाठी सतना, नरेश पवार पिता नामाजी बालाघाट महेश साहू पिता लाला साहू रीवा शामिल हैं। सतना से पुष्पराज सिंह बघेल की रिपोर्ट
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”