Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की घोषणा, हम हर महीने 10 किलो मुफ्त राशन देंगे, कमलनाथ ने कही बड़ी बात

मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा - सबको मालूम है कि यह कांग्रेस पार्टी है जिसने खाद्य सुरक्षा क़ानून बनाकर सबके लिए भोजन की गारंटी दी थी। यह कांग्रेस पार्टी ही है जिसने मनरेगा योजना लागू करके रोज़गार की गारंटी दी थी। यह कांग्रेस पार्टी ही है जिसने किसानों के लिए MSP लागू किया था। हर महीने 10 किलो राशन देने की घोषणा के साथ कांग्रेस पार्टी ने देश में एक नए युग के सूत्रपात की नींव रख दी है। मैं इस घोषणा के लिए कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद देता हूँ।

Atul Saxena
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Mallikarjun Kharge

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं अब तीन चरण और शेष हैं, अब तक ३८० सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा दावा कर रही है कि वे 270 सीटें जीतने की स्थिति में आ चुके हैं यानि बहुमत की सरकार बनाने के नजदीक पहुंच चुके हैं उधर कांग्रेस का दावा है कि भाजपा इस बार 150 भी पार नहीं कर रही, इस बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ी घोषणा की है उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर देश के नागरिकों को हर महीने 5 किलो की जगह 10 किलो राशन मुफ़्त दिया जाएगा।

कांग्रेस का बड़ा दांव, खड़गे बोले, गठबंधन की सरकार बनी तो 10 किलो मुफ्त अनाज देंगे 

अंतिम चरण की तरफ बढ़ रहे लोकसभा चुनाव में आज कांग्रेस ने बड़ा दांव चल दिया, इंडी गठबंधन की लखनऊ में आयोजित एक साझा  प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रोज सुन रहा हूँ कि मैं 80 करोड़ लोगों को 5 किलो मुफ्त राशन दे रहा हूँ, उन्होंने कहा कि कांग्रेस -UPA सरकार ही खाद्य सुरक्षा क़ानून लाई थी, आज मोदी जी उसी ग़रीबों के राशन पर अपनी तस्वीर चिपकाकर ये जता रहें हैं कि ये उन्होंने दिया है। बल्कि ग़रीबों का मुफ़्त अनाज उनका क़ानूनी हक़ है, जो डॉ मनमोहन सिंह और श्रीमती सोनिया गाँधी की हमारी सरकार ने सुनिश्चित किया था। खड़गे ने कहा अरे आप 5 किलो की बात कर रहे हैं यदि गठबंधन की सरकार आयेगी तो हम 10 किलो राशन देंगे।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....