डबरा, सलिल श्रीवास्तव। ग्वालियर जिले के डबरा सिविल अस्पताल (Dabra Civil Hospital) शुरू से ही अव्यवस्थाओं के चलते सुर्खियों में रहा है यहां तक कि वरिष्ठ अधिकारियों की फटकार के बाद भी अस्पताल प्रबंधन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात खोड़नगांव में आकाशीय बिजली गिरने से गांव के कई लोग झुलस गए थे जिसमें से तीन महिलाएं गंभीर रूप से घायल थी जिन्हें सिविल अस्पताल डबरा (Dabra Civil Hospital) भर्ती कराया गया, जिन्हें रात में देखने स्थानीय विधायक सुरेश राजे (MLA Suresh Raje) पहुंचे। अस्पताल के अंदर पहुँचते ही अव्यवस्थाएं देखकर विधायक भड़क गए और उन्होंने प्रशासनिक अफ़सरों से नाराजगी जताई।
आकाशीय बिजली गिरने से झुलसे लोगों को देखने के लिए डबरा के कांग्रेस विधायक सुरेश राजे डबरा सिविल अस्पताल (Dabra Civil Hospital) पहुंचे थे उन्हें मरीज बाहर परिसर में बैठे हुए दिखे और परिजन उनकी अपने हाथों से हवा कर रहे थे । विधायक ने बाहर बैठने का कारण पूछा तो पता चला कि अंदर कूलर खराब है और अस्पताल में गंदगी और एक भी बेड पर चादर नहीं है, विधायक ने अंदर जाकर देखा तो बात सही थी जिसे देख विधायक भड़क गए और एसडीएम प्रदीप शर्मा को सूचना दी तुरंत एसडीएम भी मौके पर पहुंचे और अस्पताल का निरीक्षण किया तो वास्तविकता में अवस्थाएं नजर आई, जब इसकी सूचना बीएमओ अरविंद शर्मा को दी गई तो उनका मोबाइल ही बंद मिला।
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डबरा सिविल अस्पताल (Dabra Civil Hospital) की दशा देखकर विधायक सुरेश राजे (MLA Suresh Raje) ने कहा कि कई बार सिविल अस्पताल की शिकायतें मिलती हैं लेकिन अब यह बर्दाश्त नहीं होगा, मैं कल ही कलेक्टर को पत्र लिखूँगा और समस्या से अवगत कराऊँगा जो जिम्मेदार अधिकारी हैं वह नदारद हैं उनके बारे में भी अवगत कराउंगा अब लापरवाही बरतने वाले लोगों पर निश्चित ही एक्शन लिया जाएगा।
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आपको बता दें कि डबरा क्षेत्र के एक सैंकड़ा के लगभग गांव के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुबिधा उपलब्ध कराने की ज़िम्मेदारी डबरा सिविल अस्पताल की है पर यहाँ की अव्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही, ज़िम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। लैब में जाँच ना होना, जच्चा वार्ड की लाइट चली जाना, बिना बैडशीट के बेड, अस्पताल परिसर में कुत्तों का घूमना, समय पर डॉक्टर उपलब्ध ना होना ऐसी समस्या हैं जिनसे यहाँ आने बाले मरीज़ों को हमेशा रूबरू होना पड़ता है। अब देखना होगा कि डबरा स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों पर विधायक के गुस्सा का कितना असर होता है और वे सिविल अस्पताल को लेकर कितनी गंभीरता दिखाते हैं।